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मौलवियों की सैलरी बढ़ाने के मामले में चुनाव आयोग में शिकायत

आम आदमी पार्टी पर चुनावी लाभ के लिए सरकारी पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने बुधवार को चुनाव आयोग में शिकायत की। मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता के अलावा सुभाष सचदेवा, ओम पाठक और अधिवक्ता नीरज भी शामिल थे।

नवभारत टाइम्स 2 May 2019, 1:39 pm
विशेष संवाददात, नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम maulvi-story

आम आदमी पार्टी पर चुनावी लाभ के लिए सरकारी पैसों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने बुधवार को चुनाव आयोग में शिकायत की है। मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा और विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता के अलावा सुभाष सचदेवा, ओम पाठक और अधिवक्ता नीरज भी शामिल थे। मीटिंग के बाद विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि आम आदमी पार्टी के ये नेता, जो दिल्ली सरकार का हिस्सा भी हैं, ये लोकसभा चुनावों के नतीजों को प्रभावित करने के लिए एक धर्म विशेष के लोगों के तुष्टिकरण के लिए सरकारी पद और सरकारी धन का खुलेआम दुरुपयोग करके आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं।

गुप्ता के मुताबिक, दिल्ली वक्फ बोर्ड का बैंक खाता चलाने के लिए बोर्ड के सीईओ के साइन होना जरूरी है, लेकिन दिल्ली सरकार ने लोकसभा चुनावों की आचार संहिता के दौरान ही एक प्रस्ताव पारित किया, जिसके अनुसार बोर्ड का बैंक खाता अब बोर्ड के चेयरमैन, बोर्ड के सदस्य और सीईओ में से किन्हीं दो लोगों के साइन से चलाया जा सकता है। दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने 22 अप्रैल को इस प्रस्ताव को मंजूरी देकर आदेश जारी करवा दिए। इस प्रस्ताव से दिल्ली वक्फ बोर्ड के कोष पर दिल्ली सरकार का नियंत्रण पूरी तरह से खत्म कर दिया गया। इसके बाद षड़यंत्र के तहत 25 अप्रैल को बोर्ड के चेयरमैन और दूसरे सदस्यों के हस्ताक्षरों से इमामों और मोअज्जिनों को बढ़े हुए वेतन के भुगतान के नाम पर चेक जारी किए गए।

गुप्ता ने यह भी बताया कि अमानतुल्लाह खान ने बोर्ड में अलग-अलग पदों पर जिन 33 लोगों को नियुक्त किया, उनमें से 24 उनके विधानसभा क्षेत्र से हैं। इन पदों पर नियुक्ति के लिए गठित की गई समिति के चारों सदस्य भी अमानतुल्लाह के नजदीकी और उन्हीं के विधानसभा क्षेत्र के थे। बीजेपी नेताओं ने चुनाव आयोग से मांग की है कि वह दिल्ली सरकार को इमामों और मोअज्जिनों समेत अन्य मतदाताओं को चेक जारी करने से रोके और आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में अरविंद केजरीवाल, कैलाश गहलोत और अमानतुल्लाह खान के 10 मई तक चुनाव प्रचार करने पर पाबंदी लगाए, ताकि वे मतदाताओं को इस तरह से रिश्वत देकर धर्म के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण न कर सकें।

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