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पंजाब: बागी बोले वॉलनटिअर्स को डायपर की तरह यूज कर रही AAP

आम आदमी पार्टी (पंजाब) के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को उनके पद से हटाए जाने पर गर्म हुई राजनीति के बीच पार्टी के पुराने 'बागी' खुलकर छोटेपुर के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने वॉलनटिअर्स से पार्टी छोड़ने की अपील तक कर दी है।

तरुण सिसोदिया | सांध्य टाइम्स 27 Aug 2016, 1:10 pm
नई दिल्ली
नवभारतटाइम्स.कॉम punjab mutineer says aap using volunteers as diapers
पंजाब: बागी बोले वॉलनटिअर्स को डायपर की तरह यूज कर रही AAP

आम आदमी पार्टी (पंजाब) के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को उनके पद से हटाए जाने पर गर्म हुई राजनीति के बीच पार्टी के पुराने 'बागी' खुलकर छोटेपुर के समर्थन में आ गए हैं। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है। उन्होंने वॉलनटिअर्स से पार्टी छोड़ने की अपील तक कर दी है। आप से निकलकर स्वराज अभियान संगठन बनाने वाले प्रो आनंद कुमार ने तो यहां तक कहा कि आप वॉलनटिअर्स को डायपर की तरह यूज कर रही है।

छोटेपुर को आम आदमी पार्टी की पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी ने शुक्रवार को पंजाब में चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिलाने की एवज में पैसे लेने के आरोप में पद से हटाया। छोटेपुर को पद से हटाने के कारणों पर आज पुराने 'बागी' नेताओं ने सवाल खड़े करते हुए छोटेपुर का समर्थन कर दिया। स्वराज अभियान के संयोजक प्रो आनंद कुमार ने कहा कि छोटेपुर पंजाब में लंबे समय तक मिशनरी की तरह पार्टी के लिए काम कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी पर दिल्ली के आप नेताओं ने कब्जा किया हुआ है। जब भी कोई आवाज उठाता है, उसे निकाल दिया जाता है। पहले प्रो मनजीत सिंह, उसके बाद डॉ धर्मवीर गांधी, फिर खालसा साहब और अब छोटेपुर। आम आदमी पार्टी वॉलनटिअर्स को डायपर की तरह इस्तेमाल कर रही है। कोई आवाज उठाता है तो बाहर कर दिया जाता है। आप सबसे युवा अनुशासनहीन पार्टी है। वॉलनटिअर्स को पंजाब के हित में तुरंत यह पार्टी छोड़ देनी चाहिए।

पटियाला से सांसद और स्वराज अभियान के सदस्य धर्मवीर गांधी ने कहा कि आप में वन मैन शो है। अभी और को भी निकाला जाना है। वह चाहेंगे तो हम अपने फ्रंट में छोटेपुर का स्वागत करेंगे। स्वराज अभियान के नेता प्रशांत भूषण ने कहा कि छोटेपुर को उनके पद से हटाना अरविंद केजरीवाल की तानाशाही दिखाता है। सवाल है कि जब पंजाब में टिकट संजय सिंह और दुर्गेश पाठक की सहमति से दिए जा रहे हैं तो छोटेपुर कैसे पैसे ले सकते हैं।

जानकारों का कहना है कि इस तरह का समर्थन राजनीतिक परिस्थितियों की उपज भी हो सकता है। छोटेपुर का समर्थन कर नेता पंजाब में मजबूती तलाश रहे हैं। हालांकि छोटेपुर कहां जाएंगे, यह अभी तय नहीं है। लेकिन आप की फूट से उसे नुकसान की अटकलें अभी से लग रही हैं।

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