नई दिल्ली
कई नेताओं और नामी हस्तियों ने संडे को लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में मतदान किया। हांलाकि सबसे ज्यादा चर्चा दिल्ली में एक वोटर की हुई। कहते हैं कि जब कुछ कर गुजरने की क्षमता हो तो उम्र कभी बीच में नहीं आती। कुछ इसी तरह का कारनामा दिल्ली के सबसे उम्रदराज वोटर बच्चन सिंह ने किया। 111 साल के बच्चन ने वोट डालकर दिखा दिया कि वह मतदान के प्रति कितने जागरूक हैं। अपने वोट के जरिए उन्होंने बताने की कोशिश की कि लेकतंत्र के लिए वोट देना कितना जरूरी है। बचन सिंह ने रविवार को तिलक विहार के मतदान केंद्र पर जाकर अपना वोट डाला। वह वीलचेयर में बैठकर पहुंचे, जहां उनके रिश्तेदारों और बूथ पर मौजूद लोगों ने उन्हें बधाई दी। उनमें से कुछ लोगों ने तो उन्हें फूलों का गुलदस्ता भी दिया। ये पल देखने वाले थे। हर कोई उनके साथ फोटो क्लिक करवाना चाहता था। वोटिंग के इस महापर्व में बच्चन सिंह किसी सिलेब्रिटी से कम नहीं थे। जब वह पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए गेट तक कुछ अधिकारी आ गए। इसके बाद उनको अंदर वोटिंग के लिए ले जाया गया। वोटिंग करते वक्त भी उनके चेहरे पर एक अलग ही चमक थी।
बच्चन सिंह के बेटे जसबीर सिंह ने बताया कि उनके पिता ने हर चुनाव में अपना वोट डाला है। चाहे असेंबली इलेक्शन हों, एमसीडी के हों या फिर गुरुद्वारा इलेक्शन। जसबीर के मुताबिक वह 1951 से लगातार वोट डाल रहे हैं। वोट डालने के बाद बच्चन सिंह ने कहा कि मैंने उन्हें वोट डाला, जिन्होनें मेरे लिए काम किया।
उनके बेटे ने बताया कि कुछ साल पहले तक वह वोट डालने में किसी की मदद नहीं लेते थे। वह खुद ही अपना खाना बनाते थे और अपना ज्यादा से ज्यादा समय गुरुद्वारे में सेवा करने में बिताते थे। कुछ महीने पहले उन्हें लकवा ने अटैक किया था। इस अटैक के बाद उन्हें अब सबकुछ याद नहीं रहता है।
कई नेताओं और नामी हस्तियों ने संडे को लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में मतदान किया। हांलाकि सबसे ज्यादा चर्चा दिल्ली में एक वोटर की हुई। कहते हैं कि जब कुछ कर गुजरने की क्षमता हो तो उम्र कभी बीच में नहीं आती। कुछ इसी तरह का कारनामा दिल्ली के सबसे उम्रदराज वोटर बच्चन सिंह ने किया। 111 साल के बच्चन ने वोट डालकर दिखा दिया कि वह मतदान के प्रति कितने जागरूक हैं। अपने वोट के जरिए उन्होंने बताने की कोशिश की कि लेकतंत्र के लिए वोट देना कितना जरूरी है।
बच्चन सिंह के बेटे जसबीर सिंह ने बताया कि उनके पिता ने हर चुनाव में अपना वोट डाला है। चाहे असेंबली इलेक्शन हों, एमसीडी के हों या फिर गुरुद्वारा इलेक्शन। जसबीर के मुताबिक वह 1951 से लगातार वोट डाल रहे हैं। वोट डालने के बाद बच्चन सिंह ने कहा कि मैंने उन्हें वोट डाला, जिन्होनें मेरे लिए काम किया।
उनके बेटे ने बताया कि कुछ साल पहले तक वह वोट डालने में किसी की मदद नहीं लेते थे। वह खुद ही अपना खाना बनाते थे और अपना ज्यादा से ज्यादा समय गुरुद्वारे में सेवा करने में बिताते थे। कुछ महीने पहले उन्हें लकवा ने अटैक किया था। इस अटैक के बाद उन्हें अब सबकुछ याद नहीं रहता है।