लखनऊ
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने अपने एक करोड़ रुपये की लागत से ऊपर के सभी प्रॉजेक्टों की जांच शुरू करवा दी है। प्राधिकरण के इंजिनियरों या अधिकारियों की जगह जांच थर्ड पार्टी से करवाई जा रही है, यह काम राइट्स को सौंपा गया है। समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान हुए कामों के साथ ही इस साल जनवरी और फरवरी में हुए कामों की जांच भी चल रही है। इसमें टेंडर से लेकर सामग्री की खरीद-फरोख्त तक का ब्योरा जुटाया जा रहा है। एलडीए वीसी पीएन सिंह के अनुसार रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एलडीए के सभी सात जोन में करवाए गए कामों में जमकर धांधली के आरोप हैं। इसके साथ ही जेपीएनआईसी, जनेश्वर मिश्रा पार्क, रिवर फ्रंट और हुसैनाबाद ट्रस्ट समेत शासन के भी कई प्रॉजेक्ट भी जांच के दायरे में हैं। हालांकि, इन प्रॉजेक्ट की पहले भी जांच करवाई जा चुकी है। अब तक जांच का जिम्मा एलडीए के ही अधिकारियों और इंजिनियरों के पास था, इसमें सबको क्लीन चिट दे दी गई। वहीं अब एलडीए वीसी ने सभी कामों की एक बार फिर से जांच शुरू करवाई है। काम देख रहे कम्पनी ने जोन तीन, पांच और दो की प्राथमिक जांच पूरी करके रिपोर्ट भी सौंप दी है। 100-100 पन्नों की रिपोर्ट का अध्ययन एलडीए के चीफ इंजिनियर कर रहे हैं।
एलडीए वीसी का कहना है कि स्मृति अपार्टमेंट, सृष्टि अपार्टमेंट, के साथ ही कानपुर रोड योजना में रश्मि लोक आवासीय योजना के साथ कई प्रॉजेक्टों में टेंडर से सामान की खरीद-फरोख्त और निर्माण में प्रयोग हुए सामान की क्वालिटी की जांच करवाई जा रही है। कई प्रॉजेक्ट पूरे भी हो चुके हैं।
जांच के बारे में एलडीए के चीफ इंजिनियर इंदु शेखर सिंह का कहना है, 'राइट्स ने अपनी प्रारम्भिक जांच पूरी करके रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्टों को इंजिनियरों को मार्क किया गया है। मैं भी रिपोर्ट को देख रहा हूं। किसी भी तरह की वित्तीय अनियमितता मिलने पर इंजिनियरों से लेकर ठेकेदारों तक पर कार्रवाई की जाएगी।
लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने अपने एक करोड़ रुपये की लागत से ऊपर के सभी प्रॉजेक्टों की जांच शुरू करवा दी है। प्राधिकरण के इंजिनियरों या अधिकारियों की जगह जांच थर्ड पार्टी से करवाई जा रही है, यह काम राइट्स को सौंपा गया है। समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान हुए कामों के साथ ही इस साल जनवरी और फरवरी में हुए कामों की जांच भी चल रही है। इसमें टेंडर से लेकर सामग्री की खरीद-फरोख्त तक का ब्योरा जुटाया जा रहा है। एलडीए वीसी पीएन सिंह के अनुसार रिपोर्ट के आधार पर जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एलडीए के सभी सात जोन में करवाए गए कामों में जमकर धांधली के आरोप हैं। इसके साथ ही जेपीएनआईसी, जनेश्वर मिश्रा पार्क, रिवर फ्रंट और हुसैनाबाद ट्रस्ट समेत शासन के भी कई प्रॉजेक्ट भी जांच के दायरे में हैं। हालांकि, इन प्रॉजेक्ट की पहले भी जांच करवाई जा चुकी है। अब तक जांच का जिम्मा एलडीए के ही अधिकारियों और इंजिनियरों के पास था, इसमें सबको क्लीन चिट दे दी गई। वहीं अब एलडीए वीसी ने सभी कामों की एक बार फिर से जांच शुरू करवाई है। काम देख रहे कम्पनी ने जोन तीन, पांच और दो की प्राथमिक जांच पूरी करके रिपोर्ट भी सौंप दी है। 100-100 पन्नों की रिपोर्ट का अध्ययन एलडीए के चीफ इंजिनियर कर रहे हैं।
एलडीए वीसी का कहना है कि स्मृति अपार्टमेंट, सृष्टि अपार्टमेंट, के साथ ही कानपुर रोड योजना में रश्मि लोक आवासीय योजना के साथ कई प्रॉजेक्टों में टेंडर से सामान की खरीद-फरोख्त और निर्माण में प्रयोग हुए सामान की क्वालिटी की जांच करवाई जा रही है। कई प्रॉजेक्ट पूरे भी हो चुके हैं।
जांच के बारे में एलडीए के चीफ इंजिनियर इंदु शेखर सिंह का कहना है, 'राइट्स ने अपनी प्रारम्भिक जांच पूरी करके रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्टों को इंजिनियरों को मार्क किया गया है। मैं भी रिपोर्ट को देख रहा हूं। किसी भी तरह की वित्तीय अनियमितता मिलने पर इंजिनियरों से लेकर ठेकेदारों तक पर कार्रवाई की जाएगी।