Lucknow News: मिड डे मील की रोटी जमीन पर, वीडियो वायरल... यूपी सरकार ने दिए जांच के आदेश
Lucknow Mid Day Meal Yojaana: मिड डे मील योजना का एक वीडियो वायरल हो रहा है। लखनऊ के बीकेटी से वायरल वीडियो में फर्श पर मिड डे मील की रोटी रखा गया दिखाया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन की ओर से जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
हाइलाइट्स
- लखनऊ में मिड डे मील परोसे जाने में स्वच्छता पर उठे सवाल
- बीकेटी के स्कूल से रोटी को जमीन पर रखे जाने का वीडियो वायरल
- वायरल वीडियो के आधार पर यूपी सरकार ने जांच का दिया आदेश
- स्कूल की हेडमास्टर का दावा, बची रोटियों को किया जा रहा था डिस्पोज
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मिड डे मील की स्वच्छता मामले पर सवाल खड़े हो गए हैं। बक्शी का तालाब इलाके से एक स्कूल का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि मिड डे मील की रोटी को जमीन पर रखा जा रहा है। इस प्रकार का मामला सामने आने के बाद भोजन वितरण में स्वच्छता पर सवाल उठने लगे हैं। बुनियादी शिक्षा विभाग की ओर से मध्याह्न भोजन में स्वच्छता पर कई प्रकार के दावे किए जाते रहे हैं। वीडियो के सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि हमने भी इस वीडियो को देखा है। पूरी जांच होगी। दोष साबित हुआ तो कार्रवाई होगी। मिड डे मील की रोटी को फर्श पर रखने का मामलना बख्शी का तालाब इलाके के प्राइमरी स्कूल गोयला से सामने आया है। वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि मिड डे मील के लिए बनी रोटियां फर्श पर बिखड़ी हुई हैं। प्लास्टिक की थैली में इसे रखा जाता भी देखा जा रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद यूपी बेसिक शिक्षा विभाग ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। वहीं, स्कूल की हेडमास्टर बबीता कुमारी का कहना है कि ये बची हुई रोटियां थीं। उन्हें प्लास्टिक की थैली में बांधकर डिस्पोज किया जा रहा था। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग की ओर जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
वीडियो से दावे की खुली है पोल
मिड डे मील को लेकर प्रदेश के बुनियादी शिक्षा विभाग की ओर से बड़े दावे किए जाते रहे हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि भी इस वीडियो की पुष्टि की है। उनका कहना है कि हमने वीडियो देखा है। इसके आधार पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि नियम के तहत मिड डे मील का वितरण हेडमास्टर और शिक्षकों की निगरानी में किया जाना चाहिए था। इस मामले में स्कूल की हेडमास्टर बबीता कुमारी ने कहा कि अक्षय पात्र ने स्कूल में मिड डे मील परोसा। उन्होंने कहा कि स्कूल में 293 छात्र पढ़ाई करते हैं। शनिवार को 181 स्टूडेंट्स उपस्थित थे। सोमवार को केवल 169 स्टूडेंट्स ही उपस्थित हुए।
हेडमास्टर ने कहा कि नवरात्रि के उपवास के कारण कक्षा 5 के कुछ छात्रों ने भोजन नहीं किया। साथ ही, हर छात्र को रोटी खाना पसंद नहीं होता है। वे तहरी, सब्जियां, चावल और दालें पसंद करते हैं। इसलिए अधिक चपातियां बच गई थीं। मिड डे मील परोसे जाने के बाद इन अतिरिक्त चपातियों को एक प्लास्टिक की थैली में बांध दिया गया था। इसका निपटान किया जाना था।
खंड शिक्षा अधिकारी ने की जांच
बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से जांच का आदेश जारी होने के बाद मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला ने की। उन्होंने पूरे मामले की जांच के बाद अपनी फाइडिंग से बेसिक शिक्षा अधिकारी को अवगत करा दिया है। उन्होंने माना है कि वीडियो सोमवार का था। प्रीति शुक्ला ने कहा कि यह सच है कि रोटियों को फर्श पर नहीं रखना चाहिए था। हालांकि, इसे छात्रों को नहीं परोसा जाना था। उन्होंने कहा कि बची हुई रोटियों को डिस्पोज करने के लिए प्लास्टिक की थैली में डाला जा रहा था। उन्होंने कहा कि रसोइया के खिलाफ शिकायतें मिली हैं। उनके व्यवहार को लेकर शिकायत आई है। इस संबंध में रसोइया को नोटिस जारी किया गया है।
सहारनपुर से पिछले दिनों आया था बड़ा मामला
सहारनपुर से पिछले दिनों कबड्डी खिलाड़ियों को टॉयलेट में भोजन परोसे जाने का मामला सामने आया था। सबसे बड़ी तो यह थी टॉयलेट में ही भोजन बनाया भी गया था। सहारनपुर में कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। कहा जा रहा है कि इस प्रतियोगिता में 200 से अधिक खिलाड़ी भाग लेने आए थे। टॉयलेट के अंदर खाना बांटने का वीडियो वायरल होने के बाद सहारनपुर के खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना को निलंबित किया गया। डीएम ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
वीडियो से दावे की खुली है पोल
मिड डे मील को लेकर प्रदेश के बुनियादी शिक्षा विभाग की ओर से बड़े दावे किए जाते रहे हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी अरुण कुमार ने कहा कि भी इस वीडियो की पुष्टि की है। उनका कहना है कि हमने वीडियो देखा है। इसके आधार पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि नियम के तहत मिड डे मील का वितरण हेडमास्टर और शिक्षकों की निगरानी में किया जाना चाहिए था। इस मामले में स्कूल की हेडमास्टर बबीता कुमारी ने कहा कि अक्षय पात्र ने स्कूल में मिड डे मील परोसा। उन्होंने कहा कि स्कूल में 293 छात्र पढ़ाई करते हैं। शनिवार को 181 स्टूडेंट्स उपस्थित थे। सोमवार को केवल 169 स्टूडेंट्स ही उपस्थित हुए।
हेडमास्टर ने कहा कि नवरात्रि के उपवास के कारण कक्षा 5 के कुछ छात्रों ने भोजन नहीं किया। साथ ही, हर छात्र को रोटी खाना पसंद नहीं होता है। वे तहरी, सब्जियां, चावल और दालें पसंद करते हैं। इसलिए अधिक चपातियां बच गई थीं। मिड डे मील परोसे जाने के बाद इन अतिरिक्त चपातियों को एक प्लास्टिक की थैली में बांध दिया गया था। इसका निपटान किया जाना था।
खंड शिक्षा अधिकारी ने की जांच
बेसिक शिक्षा अधिकारी की ओर से जांच का आदेश जारी होने के बाद मामले की जांच खंड शिक्षा अधिकारी प्रीति शुक्ला ने की। उन्होंने पूरे मामले की जांच के बाद अपनी फाइडिंग से बेसिक शिक्षा अधिकारी को अवगत करा दिया है। उन्होंने माना है कि वीडियो सोमवार का था। प्रीति शुक्ला ने कहा कि यह सच है कि रोटियों को फर्श पर नहीं रखना चाहिए था। हालांकि, इसे छात्रों को नहीं परोसा जाना था। उन्होंने कहा कि बची हुई रोटियों को डिस्पोज करने के लिए प्लास्टिक की थैली में डाला जा रहा था। उन्होंने कहा कि रसोइया के खिलाफ शिकायतें मिली हैं। उनके व्यवहार को लेकर शिकायत आई है। इस संबंध में रसोइया को नोटिस जारी किया गया है।
सहारनपुर से पिछले दिनों आया था बड़ा मामला
सहारनपुर से पिछले दिनों कबड्डी खिलाड़ियों को टॉयलेट में भोजन परोसे जाने का मामला सामने आया था। सबसे बड़ी तो यह थी टॉयलेट में ही भोजन बनाया भी गया था। सहारनपुर में कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। कहा जा रहा है कि इस प्रतियोगिता में 200 से अधिक खिलाड़ी भाग लेने आए थे। टॉयलेट के अंदर खाना बांटने का वीडियो वायरल होने के बाद सहारनपुर के खेल अधिकारी अनिमेष सक्सेना को निलंबित किया गया। डीएम ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।