लखनऊ
यूपी में बुधवार को कोरोना के सर्वाधिक 5898 नए मामलों की पुष्टि हुई है। 24 घंटे में सामने आए मामलों में यह संख्या अब तक में सबसे अधिक है। प्रदेश में फिलहाल 51, 317 पेशंट्स ऐक्टिव हैं, वहीं 1 लाख 48 हजार से अधिक लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज भी किया गया है। स्वास्थ्य सचिव ने बुधवार को कोरोना रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि पिछले 24 घंटों में कोरोना के 5898 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में फिलहाल एक्टिव केसों की कुल संख्या 51,317 है, पूरी तरह ठीक होकर 1,48,562 डिस्चार्ज किए जा चुके हैं। स्वास्थ्य सचिव ने यह भी कहा कि मंगलवार को प्रदेश में 1,44,802 सैंपल्स की जांच की गई है। वहीं अब तक प्रदेश में कुल 49,41,679 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है।
इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में 25,768 लोग
यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या अब 15409 हो गई है। जिनमें 14,22,800 मकान चिन्हित हैं, लगभग 82,23,509 लाख लोग इन कंटेनमेंट जोन में रह रहे हैं। इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में 25,768 लोग रह रहे हैं।
विदेश से आने वालों को क्वारंटीन रूल्स में छूट
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि विदेश से आने वाले लोगों को 7 दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और फिर 7 दिन के होम क्वारंटाइन में रहना होता था। भारत सरकार ने गाइडलाइन में कुछ परिवर्तन किया है, प्रदेश में भी उसके अनुरूप कुछ परिस्थितियों में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को, अगर किसी के घर में मृत्यु हुई है और वो विदेश लौटा है तो उसे इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में छूट दी जा सकती है। गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति और 10 साल से छोटे बच्चों के अभिभावक को भी जिला प्रशासन द्वारा छूट दी जा सकती है।
यूपी में बुधवार को कोरोना के सर्वाधिक 5898 नए मामलों की पुष्टि हुई है। 24 घंटे में सामने आए मामलों में यह संख्या अब तक में सबसे अधिक है। प्रदेश में फिलहाल 51, 317 पेशंट्स ऐक्टिव हैं, वहीं 1 लाख 48 हजार से अधिक लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज भी किया गया है।
इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में 25,768 लोग
यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कंटेनमेंट जोन की संख्या अब 15409 हो गई है। जिनमें 14,22,800 मकान चिन्हित हैं, लगभग 82,23,509 लाख लोग इन कंटेनमेंट जोन में रह रहे हैं। इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में 25,768 लोग रह रहे हैं।
विदेश से आने वालों को क्वारंटीन रूल्स में छूट
स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि विदेश से आने वाले लोगों को 7 दिन के इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन और फिर 7 दिन के होम क्वारंटाइन में रहना होता था। भारत सरकार ने गाइडलाइन में कुछ परिवर्तन किया है, प्रदेश में भी उसके अनुरूप कुछ परिस्थितियों में इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को, अगर किसी के घर में मृत्यु हुई है और वो विदेश लौटा है तो उसे इंस्टीट्यूशनल क्वारंटाइन में छूट दी जा सकती है। गंभीर बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति और 10 साल से छोटे बच्चों के अभिभावक को भी जिला प्रशासन द्वारा छूट दी जा सकती है।