\Bउप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद ने जारी किए परीक्षा केंद्र निर्धारण के निर्देश
6 सितंबर तक स्कूलों को वेबसाइट पर ऑनलाइन भरना होगा स्कूल संबंधित ब्योरा
एनबीटी, लखनऊ
\Bवर्ष 2020 की यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी स्कूलों को क्लास रूम से लेकर आधारभूत सूचनाएं 6 सितंबर तक परिषद की वेबसाइट www.upmsp.edu.in पर ऑनलाइन अपलोड करनी होगी। जिनका तय समय तक ब्योरा अपलोड नहीं होगा उन स्कूलों को सेंटर बनाने की सूची से बाहर कर दिया जाएगा। साथ ही औचक निरीक्षण में जिनकी सूचनाएं गलत मिलेंगी उन्हें एक साल के लिए डिबार कर दिया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने सभी डीआईओएस को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं।
\Bएक माह की रेकॉर्डिंग सुविधा अनिवार्य\B
बोर्ड ने नकल रोकने के लिए परीक्षा केंद्रों के प्रत्येक कमरे में वॉयस रेकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य कर रखा है। लेकिन इस बार सीसीटीवी कैमरे की रेकॉर्डिंग क्षमता कम से कम 30 दिन की अनिवार्य कर दी गई है। सेंटर बनाने में वायस रेकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर के साथ राउटर डिवाइस लगाने वाले स्कूलों को सेंटर बनाने में वरीयता दी जाएगी।
\Bये है शेड्यूल
\B- डीआईओएस द्वारा निरीक्षण कर सूचनाओं को सत्यापित करके अपलोड करना : 30 सितंबर तक
- अपलोड की गईं सूचनाओं पर जेडी को आपत्तियां देना : 5 अक्टूबर तक
- जेडी डीआईओएस से करवाएंगे आपत्तियों की जांच : 10 अक्टूबर तक
- अंतिम रूप से आधारभूत सूचनाओं को अपडेट करके बोर्ड को रिपोर्ट भेजना : 15 अक्टूबर तक
\Bअपलोड करनी होंगी ये सूचनाएं
\Bस्कूल का स्तर, मान्यता का ब्योरा, शहर में है या गांव में, क्या स्कूल के ऊपर कोई हाईटेंशन तार गया है, एक ही प्रबंधक द्वारा संचालित स्कूलों का ब्योरा, प्रबंधतंत्र के विवाद वाले स्कूल, क्लास रूम का साइज, क्लास रूम में लगे सीसीटीवी और वॉयस रेकॉर्डर की संख्या, शिक्षकों-कर्मचारियों का पूरा विवरण, स्कूल पहुंचने वाले मार्ग की स्थिति, कम्प्यूटर सिस्टम की संख्या, इंटरनेट की स्थिति, बिजली-पानी की व्यवस्था, 2019 की परीक्षा में गंभीर अनियमितता वाले स्कूलों की सूची, एक से 5, 5 से 10 और 10 से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित स्कूलों का ब्योरा।