लखनऊ
गोमतीनगर में हो रहे साइबर फ्रॉड से इन दिनों दहशत है। वहां एटीएम कार्ड क्लोन करके लोगों के खाते से रुपये निकालने वाला गिरोह सक्रिय है, जो पिछले तीन दिनों में एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करके 12 लोगों के खाते खाली कर चुका है। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
विराम खंड-5 निवासी लामार्ट्स के शिक्षक आलोक मिश्र के मुताबिक, 9 नवंबर की रात यूनियन बैंक का सर्वर डाउन था। ऐसे में उन्होंने ग्वारी गांव से विराम खंड-5 तक अलग-अलग बैंक के एटीएम से रुपये निकालने की कोशिश की और आखिर में घर चले गए। घर पहुंचने के कुछ ही देर में 20 हजार रुपये निकलने का मेसेज आ गया। पीड़ित ने बैंक के कस्टमर केयर में कॉल करके कार्ड ब्लॉक करवाने के साथ ही गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
वहीं नेहरु एंक्लेव निवासी दीपा बोहरा के मुताबिक, उनका एचडीएफसी में खाता है। 9 नवंबर को ही दीपा के खाते से भी एटीएम के जरिए 18 हजार रुपये निकाल लिए गए। पीड़िता के अनुसार वह ज्यादातर फन मॉल, बिग बाजार और जुग्गौली इलाके में मौजूद एटीएम से रुपये निकालती हैं। उनके खाते से रुपये मुंबई के किसी एटीएम से निकाले गए हैं। इसी तरह विशालखंड-1 निवासी राजकिशोर के खाते से 6 नवंबर को जुगौली स्थित ऐक्सिस बैंक के एटीएम से रुपये निकल गए।
राजकिशोर के अनुसार उनका यूनियन बैंक की सीएमएस गोमतीनगर ब्रांच में खाता है। 6 नवंबर के बाद 9 नवंबर को दो बार में 15 हजार रुपये निकाल लिए गए। इसी तरह गोमतीनगर में रहने वाले और आसपास के एटीएम इस्तेमाल करने वाले 9 अन्य लोगों के खातों से तीन दिन में हजारों रुपये निकाल लिए गए। सूत्रों के मुताबिक, इतना ही नहीं अक्टूबर में ऑनलाइन ठगी और एटीएम से रुपये निकलने की करीब 53 शिकायतें गोमतीनगर थाने में दर्ज करवाई गई हैं। कई लोगों के खाते से रुपये एटीएम के जरिए रुपये निकाले गए हैं। साइबर क्राइम सेल की मदद से छानबीन शुरू कर दी गई है।
गोमतीनगर में हो रहे साइबर फ्रॉड से इन दिनों दहशत है। वहां एटीएम कार्ड क्लोन करके लोगों के खाते से रुपये निकालने वाला गिरोह सक्रिय है, जो पिछले तीन दिनों में एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करके 12 लोगों के खाते खाली कर चुका है। पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
विराम खंड-5 निवासी लामार्ट्स के शिक्षक आलोक मिश्र के मुताबिक, 9 नवंबर की रात यूनियन बैंक का सर्वर डाउन था। ऐसे में उन्होंने ग्वारी गांव से विराम खंड-5 तक अलग-अलग बैंक के एटीएम से रुपये निकालने की कोशिश की और आखिर में घर चले गए। घर पहुंचने के कुछ ही देर में 20 हजार रुपये निकलने का मेसेज आ गया। पीड़ित ने बैंक के कस्टमर केयर में कॉल करके कार्ड ब्लॉक करवाने के साथ ही गोमतीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
वहीं नेहरु एंक्लेव निवासी दीपा बोहरा के मुताबिक, उनका एचडीएफसी में खाता है। 9 नवंबर को ही दीपा के खाते से भी एटीएम के जरिए 18 हजार रुपये निकाल लिए गए। पीड़िता के अनुसार वह ज्यादातर फन मॉल, बिग बाजार और जुग्गौली इलाके में मौजूद एटीएम से रुपये निकालती हैं। उनके खाते से रुपये मुंबई के किसी एटीएम से निकाले गए हैं। इसी तरह विशालखंड-1 निवासी राजकिशोर के खाते से 6 नवंबर को जुगौली स्थित ऐक्सिस बैंक के एटीएम से रुपये निकल गए।
राजकिशोर के अनुसार उनका यूनियन बैंक की सीएमएस गोमतीनगर ब्रांच में खाता है। 6 नवंबर के बाद 9 नवंबर को दो बार में 15 हजार रुपये निकाल लिए गए। इसी तरह गोमतीनगर में रहने वाले और आसपास के एटीएम इस्तेमाल करने वाले 9 अन्य लोगों के खातों से तीन दिन में हजारों रुपये निकाल लिए गए। सूत्रों के मुताबिक, इतना ही नहीं अक्टूबर में ऑनलाइन ठगी और एटीएम से रुपये निकलने की करीब 53 शिकायतें गोमतीनगर थाने में दर्ज करवाई गई हैं। कई लोगों के खाते से रुपये एटीएम के जरिए रुपये निकाले गए हैं। साइबर क्राइम सेल की मदद से छानबीन शुरू कर दी गई है।