\Bएनबीटी, लखनऊ :\B संगीतमयी अवध संध्या में भजनों और सूफी कलामों की प्रस्तुति देकर कलाकारों ने इंसानियत के पैगाम दिए। शुक्रवार को संगीत नाटक अकैडमी के संत गाडगे सभागार में कार्यक्रम हुआ। इसमें किशोर चतुर्वेदी और स्वाति रिजवी ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम का आगाज किशोर चतुर्वेदी ने राग भैरवी में 'जपो रे राम नाम सुखदाई...' …सुनाकर किया। इसके बाद उन्होंने राग विलास राग में गीत 'बोले पायलिया बाजे पायलिया...'… और हबीब पेंटर की गजल 'तुम्हे मंजूर है परदा मुझे पासे अदब वरना...' सुनाकर आनंदित किया। वहीं, स्वाति रिजवी ने गीत 'जीवन राह बदलता जाए...' की प्रस्तुति दी। …इसके बाद उन्होंने गजल 'यूं उनकी मस्त निगाहों का ऐहतराम किया...'…, सूफी रचना 'मिटा-मिटा के मुकद्दर बनाया जाता है...' …सुनाकर सराहना बटोरी। तबले पर सुभाष शर्मा, ढोलक पर राजकुमार, गिटार पर गोपाल गोस्वामी और ऑर्गन पर संजीव मेहरा ने शानदार संगत दी।
'जपो रे राम नाम सुखदाई...'
\B संगीतमयी अवध संध्या में भजनों और सूफी कलामों की प्रस्तुति देकर कलाकारों ने इंसानियत के पैगाम दिए। शुक्रवार को संगीत नाटक अकैडमी के संत गाडगे ...
Navbharat Times 28 Sep 2019, 9:00 am