\Bएनबीटी, लखनऊ :\B कलाकारों ने समाज में नगर वधुओं की स्थितियां और उनकी दुश्वारियां बखूबी बयां की। जागृति सांस्कृतिक एवं शैक्षिक संस्थान और संकल्प सेवा संस्थान की ओर से अटल रंग महोत्सव में नाटक 'कोठा' का मंचन हुआ। नाटक के जरिए उन लोगों से सवाल किया गया जो कोठे को समाज से अलग करने की वकालत करते है। नाटक का मंचन राय उमानाथ बली सभागार में शुक्रवार को हुआ। नाटक का लेखन रमाशंकर निशेष और निर्देशक भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। नाटक की कहानी मुख्य किरदार ब्रह्मदेव के इर्द-गिर्द घूमती है। ब्रह्मदेव के बेटे मनु होते हैं। परंपराओं के साथ खोखले आडम्बरों से घिरे ब्रह्मदेव अपने बेटे मनु के अनुशासन के प्रति बहुत कठोर होते हैं। मनु को माधवी नाम की लड़की से प्रेम हो जाता है, जो वेश्या होती है और ब्रह्मदेव को यह बात पसंद नहीं आती। मनु का यह कदम समाज की नजर से तो सही होता है, लेकिन ब्रह्मदेव उसकी बेइज्जती कर देता है। नाटक में अनामिका सिंह, श्रुति, शुभम यादव, विकास, भूपेन्द्र और अमन समेत अन्य कलाकारों ने शानदार अभिनय किया।
'कोठा' ने समाज से किए सवाल
\B कलाकारों ने समाज में नगर वधुओं की स्थितियां और उनकी दुश्वारियां बखूबी बयां की। जागृति सांस्कृतिक एवं शैक्षिक संस्थान और संकल्प सेवा संस्थान की ...
Navbharat Times 1 Feb 2020, 9:00 am