- दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे की चर्चा, अखिलेश बोले, अगले कदम की तैयारी
एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ : एग्जिट पोल में एनडीए की वापसी की हलचलों के बीच सोमवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव बसपा सुप्रीमो मायावती से मिले। दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक भावी रणनीति पर चर्चा की। मुलाकात के बाद किसी नेता ने मीडिया से कोई बात नहीं की। अखिलेश यादव ने मुलाकात की फोटो ट्वीट कर जरूर कहा 'अगले कदम की तैयारी!' सपा और बसपा ने पहली बार एक साथ लोकसभा चुनाव लड़ा है। सपा 37 और बसपा 38 सीटों पर लड़ी है जबकि तीन सीटें गठबंधन में आरएलडी को दी गई है। रविवार को आखिरी चरण के मतदान के बाद आए अधिकतर एग्जिट पोल में यूपी में भी भाजपा गठबंधन को दो-तिहाई या अधिक सीटें दे रहे हैं, लेकिन गठबंधन इसे हवाई बता रहा है।
कांग्रेस के साथ की रणनीति पर बात
सूत्रों के अनुसार महागठबंधन के नेताओं का मानना है कि पार्टी 50 से अधिक सीटें जीतेगी। रविवार को आखिरी चरण के मतदान के बाद जारी बयान में अखिलेश ने कहा था कि 4 दिनों के बाद ही देश को नया प्रधानमंत्री और नई सरकार मिलने जा रही है। मतदाताओं ने गठबंधन को भरपूर समर्थन देने के साथ ही भाजपा सरकार को अलविदा कह दिया है। सोमवार को अखिलेश ने मायावती के साथ मुलाकात कर केंद्र में गठबंधन की भूमिका पर चर्चा की। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस के साथ या तीसरे मोर्चें की संभावनाओं पर बात हुई।
'सोनिया से मिलने की बात अफवाह'
बसपा प्रमुख मायावती के सोमवार को यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की चर्चा थी जिसे बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने अफवाह बता दिया। हालांकि, चुनाव के आखिरी दौर में कांग्रेस पर हमलावर दिख रहे अखिलेश ने रविवार को जरूरत पड़ने पर कांग्रेस को समर्थन का संकेत दिया था। सूत्रों की मानें तो मायावती ने कहा कि 23 मई को नतीजों की घोषणा के बाद ही गठबंधन अपने पत्ते खोलेगा। इस बीच तीसरे मोर्चे या कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के लिए सम्मानजक प्रस्तावों के विकल्प खुले रहेंगे। अगर रिजल्ट आशानुरूप नहीं रहे तो आगे की प्रस्तावित रणनीति पर भी दोनों नेताओं की चर्चा हुई।