एनबीटी, लखनऊ : गोमतीनगर स्थित अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में 'साम्राज्यवाद और भूमंडलीकरण' विषय पर चल रही पांच दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी मंगलवार को संपन्न हो गई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि थोपी हुई उदारवादी नीतियों से केवल क्षणिक उत्थान ही आ सकता है। संगोष्ठी में मजदूर नेता अभिनव सिन्हा ने वैश्विक आर्थिक संकट, विश्व भारती विश्वविद्यालय शान्ति निकेतन के डॉ. टेरेंस सैमुअल ने भी साम्राज्यवादी वर्चस्व पर व्याख्यान दिया। वहीं विश्व भारती विवि की ही गार्गी बनर्जी ने प्रवासी महिला मजदूरों के साथ होने वाले भेदभाव का मुद्दा पुरजोर उठाया। नेपाल की मार्क्सवादी विद्वान निनु चपागाईं ने नेपाल में साम्राज्यवादी दखल की चर्चा की और मुंबई के हर्ष ठाकोर ने साम्राज्यवाद पर विचार रखे।
'थोपी हुई उदारवादी नीतियों से सिर्फ क्षणिक उत्थान'
गोमतीनगर स्थित अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में 'साम्राज्यवाद और भूमंडलीकरण' विषय पर चल रही पांच दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी मंगलवार को संपन्न ...
Navbharat Times 29 Nov 2017, 6:30 am