एनबीटी, आशियाना : बिजनौर स्थित चंद्रावल गांव में रविवार रात हिंदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक हजरत मलिक उमर शहीद बाबा की मजार पर सालाना उर्स का आयोजन हुआ। हजरत मलिक वेलफेयर सोसाइटी के आयोजन में दिल्ली से आईं मशहूर कव्वाल अंजुम वारसी ने 'मेरे नवीं जैसा कोई है न हुआ है' और मशहूर कव्वाल अल्ताफ रजा ने 'पाया है खुदा हमने ख्वाजा को मनाने में' समेत कई कव्वालियां सुनाईं। समिति के प्रबंधक मोहम्मद रफीक ने बताया कि 86वें उर्स में सैकड़ों की संख्या में अकीदतमंद शामिल हुए।
'पाया है खुदा हमने ख्वाजा को मनाने में'
बिजनौर स्थित चंद्रावल गांव में रविवार रात हिंदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक हजरत मलिक उमर शहीद बाबा की मजार पर सालाना उर्स का आयोजन हुआ। हजरत मलिक ...
नवभारतटाइम्स.कॉम 9 May 2017, 6:30 am