- 20 MVA के 6 उपकेंद्र के लिए पास करवाए 80 करोड़
- मौके पर 10 MVA के चार सब स्टेशन बनवाए
एनबीटी, लखनऊ
चक गंजरिया सिटी में उपकेंद्र निर्माण में लाखों के घोटाले की आशंका है। एलडीए इंजीनियरों ने यहां 20 MVA क्षमता के 6 उपकेंद्र के लिए बजट पास करवाया, लेकिन निर्माण इसकी आधी क्षमता वाले सिर्फ चार उपकेंद्रों का करवाया। यही नहीं, चहेते ठेकेदार से काम करवाने के लिए दो बार टेंडर भी निरस्त किए। प्रॉजेक्ट की समीक्षा में यह गड़बड़ी उजागर होने के बाद एलडीए सचिव अरुण कुमार ने इंजीनियरों से प्रॉजेक्ट से जुड़ी फाइलें मांगी हैं, हालांकि जिम्मेदार इंजीनियर अभी फाइलें दबाए बैठे हैं।
चक गंजरिया सिटी में बिजली सप्लाई के लिए एलडीए इंजीनियरों ने 20 एमवीए क्षमता के 6 उपकेंद्र बनाने और केबल डालने के काम के लिए एक साथ 80 करोड़ रुपये का प्रस्ताव साल 2015 में पास करवाया। प्रस्ताव के मुताबिक, 20 एमवीए के उपकेंद्र बनवाने के लिए साल 2015 में 2 उपकेंद्रो के लिए टेंडर हुआ। टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई, लेकिन इसे निरस्त कर दिया गया। दोबारा टेंडर हुआ, लेकिन फिर इसे निरस्त कर दिया गया। तीसरी बार टेंडर होने पर काम शुरू करवाया गया। दो बार टेंडर निरस्त करने के सवाल पर प्रॉजेक्ट प्रभारी एक्सईएन अजय कुमार सिंह का कहना है कि ऐसा प्रॉजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप के अधिकारियों के निर्देश पर हुआ था। अधिकारियों का कहना था कि सभी टेंडर एक साथ करवाए जाएं, ताकि काम जल्दी पूरा हो।
यह है अनुमानित लागत
2X10 एमवीए ~13 करोड़
2X6 एमवीए ~9-10 करोड़
कोट
टेंडर निरस्त करवाने का फैसला प्रॉजेक्ट मॉनिटरिंग ग्रुप का था। आगे डिमांड के मुताबिक उपकेंद्र छोटे किए गए।
- अजय कुमार सिंह, एक्सईएन, विद्युत यांत्रिक, एलडीए
पहले 2X10 MVA के 6 उपकेंद्र बनाने का प्रस्ताव था। इसके बाद डिमांड सर्वे हुआ तो 2X6 MVA के 4 उपकेंद्र का प्रस्ताव बना, लेकिन पावर कॉरपोरेशन ने 2X6 MVA उपकेंद्र के लिए मंजूरी नहीं दी। इसी कारण 2X5 MVA के 4 उपकेंद्र बनवाए गए।
- डीपी सिंह, चीफ इंजीनियर, विद्युत यांत्रिक, एलडीए