- नहीं निपटाई जा रहीं स्वच्छता ऐप के जरिए दर्ज शिकायतें
- साफ शहरों में 28वां और शिकायत निपटाने में 133वां नंबर
एनबीटी संवाददाता, लखनऊ
स्वच्छ शहरों की लिस्ट में भले लखनऊ देश में 28वें नंबर पर हो, लेकिन लोगों की शिकायतों पर कार्रवाई के संबंध में अफसर संजीदा नहीं हैं। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक 'स्वच्छता' ऐप पर की गई शिकायतों के निपटारे में लखनऊ देश में 133वें नंबर पर है। ऐप के जरिए की गईं ज्यादातर शिकायतों को अफसर लटकाए हुए हैं।
महज 370 लोग ऐप से जुड़े
आंकड़ों के मुताबिक स्वच्छता ऐप से लखनऊ में केवल 370 लोग ही जुड़े हैं जबकि वाराणसी में 15455, अलीगढ़ में 1163 लोग ऐप का प्रयोग कर रहे हैं। शिकायतों और उनके निस्तारण के मामले में वाराणसी 11वें और अलीगढ़ 75वें पायदान पर है। नगर निगम ने ऐप का उपयोग बढ़ाने के लिए कोई अभियान नहीं चलाया। लोगों ने खुद ऐप डाउनलोड किया है। ऐप पर आईं शिकायतों की मॉनिटरिंग शहरी विकास मंत्रालय करता है।
नहीं हो रही कार्रवाई
ऐप के जरिए आने वाली शिकायतों को लेकर अफसर संजीदा नहीं हैं। पिछले सप्ताह कुल 122 लोगों ने ऐप के माध्यम से शिकायत की। इनमें केवल 30 शिकायतों पर ही अधिकारियों ने कार्रवाई की। 57 शिकायतें देखकर छोड़ दी गईं। 22 शिकायतें पेंडिंग हैं और 13 शिकायतों को रिजेक्ट कर दिया गया। अधिकारियों की मानें तो रिजेक्ट की गईं शिकायतें गैरजरूरी थीं।
खराब होगी रैंकिंग
केंद्र सरकार हर सप्ताह ऐप की शिकायतों और कार्रवाई की रिपोर्ट बनाती है। इसी अधार पर हर सप्ताह शहर की रैंकिंग की जाती है। पिछले साल अक्टूबर में राजधानी 16वें स्थान पर थी। इसके बाद से लगातार रैंकिंग खराब हो रही है। इस पर शहरी विकास मंत्रालय ने अधिकारियों से जवाब तलब कर लिया है। अधिकारियों के मुताबिक लगातार प्रदर्शन से स्वच्छता रैंकिंग भी गड़बड़ी होगी।
वर्जन
हमारे पास शिकायतों के दूसरे प्लेटफॉर्म भी हैं, इसलिए ऐप की डाउनलोडिंग कम है। कार्रवाई के संबंध में सभी सैनिटरी इंस्पेक्टरों से रिपोर्ट मांगी गई है। मंगलवार को इसकी समीक्षा कर लापरवाही पर कार्रवाई की जाएगी।
पंकज भूषण, एन्वायरमेंट इंजीनियर, नगर निगम