-43 में सिर्फ चार विभागों ने ही दिया ब्योरा
-सीएजी टीम ने विभागों से 31 तक ब्योरा देने के लिए कहा
\Bअखिल सक्सेना, लखनऊ : \B लखनऊ विश्वविद्यालय (एलयू) में विभागों की लापरवाही से अकैडमिक ऑडिट फंस गया है। दो महीने बाद भी 43 में से चार विभागों ने ही कंट्रोल ऐंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (सीएजी) टीम को ब्योरा दिया है। इसकी वजह से सीएजी टीम को अकैडमिक ऑडिट करने में दिक्कत आ रही है। हालांकि, सीएजी टीम ने विभागों को 31 जनवरी तक ब्योरा देने का मौका दिया है।
केंद्र सरकार ने देश के सभी शिक्षण संस्थानों का अकैडमिक ऑडिट करवाने की जिम्मेदारी सीएजी को दी है। बीते अक्टूबर-नवंबर को सीएजी की टीम लखनऊ विश्वविद्यालय में अकैडमिक ऑडिट करने के लिए आई थी। टीम ने सभी विभागों से दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स की संख्या से लेकर सिलेबस में बदलाव सहित कई अकैडमिक ब्योरा मांगा था, लेकिन ज्यादातर विभागों ने ब्योरा देने में सहयोग ही नहीं किया। सीएजी टीम के ऑडिट ऑफिसर टीएन यादव के मुताबिक, बहुत कम विभागों ने ही ब्योरा दिया है। उनसे 31 जनवरी तक ब्योरा देने के लिए कहा गया है।
\Bये ब्योरा देना होगा\B
वर्ष 2014 से 2019 तक प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या, यूजी-पीजी सिलेबस में कब-कब बदलाव हुआ, कितने छात्रों ने पीएचडी की, हर विभाग में कितने रिसर्च प्रॉजेक्ट चल रहे हैं, उन्हें कितना बजट मिला, कितना खर्च हुआ, शिक्षकों के पब्लिकेशन, छात्र संख्या के अनुसार स्मार्ट क्लास रूम, लैब हैं या नहीं, टाइम टेबल, स्टूडेंट फीडबैक, टीचिंग, विभाग का अचीवमेंट, नैशनल और इंटरनैशनल स्तर पर कितने छात्रों का टेस्ट में सिलेक्शन, जॉब सहित कई अन्य सूचनाएं।