\Bएनबीटी सं,लखनऊ : \Bजो लोग शारीरिक श्रम नहीं करते, उनके शरीर में रोग पैदा करने वाले रसायन जमा होने लगते हैं। इससे उनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है और गैस, कोलेस्ट्रॉल, कब्ज, डिप्रेशन, हाई बीपी जैसी समस्या शुरू हो जाती है। ऐसे में यदि रोज प्रकृति के नियमों के अनुसार चला जाए और शारीरिक श्रम किया जाए तो बीमारी की चपेट में आने की संभावना कम हो जाती है। यह बात सोमवार को राज्य आयुष सोसाइटी में डॉ़ अमरजीत यादव ने कही। विश्व प्राकृतिक दिवस पर सोमवार को राज्य आयुष सोसाइटी में संगोष्ठी हुई। मिशन निदेशक आरएन बाजपेयी ने बताया कि प्रदूषण रोगों में वृद्धि का एक बहुत बड़ा कारण बन चुका है। डॉ़ विजय कुमार ओहरी ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा में प्रकृति के नियमों के अनुसार आहार विहार का पालन करने से रोगों से बचाव और इलाज भी होता है।
'शारीरिक श्रम न करने से होती हैं बीमारियां'
\Bजो लोग शारीरिक श्रम नहीं करते, उनके शरीर में रोग पैदा करने वाले रसायन जमा होने लगते हैं। इससे उनके शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है और ...
Navbharat Times 19 Nov 2019, 6:30 am