लोग बढ़े रेट से परेशान तो मिल मालिक गेहूं न मिलने से
एनबीटी संवाददाता, लखनऊ
लॉकडाउन के बीच अचानक मांग बढ़ने से बाजार में आटे की किल्लत होने लगी है। ज्यादातर इलाकों में आटा मिल ही नहीं रहा। वहीं, जिन दुकानों पर स्टॉक है तो वहां रेट बढ़ गया है। लॉकडाउन से पहले आटा 24 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा था, लेकिन अब कई जगह पर इसके लिए 30 से 50 रुपये प्रति किलो तक का रेट वसूला जा रहा है।
जुगौली में रहने वाली रीता ने बताया कि इलाके की आटा नहीं मिल ही रहा। यहां करीब 20 दुकानें हैं, लेकिन कुछ ही जगह आटा उपलब्ध है। जिनके यहां है, वे भी 40 रुपये प्रति किलो में बेच रहे हैं। पूछने पर दलील देते हैं कि होल सेलर ने ही रेट बढ़ा दिया है।
गल्ला कारोबारी और लखनऊ व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल ने बताया कि जिला प्रशासन की बैठक में कई मिल मालिकों ने गेहूं की किल्लत का मुद्दा उठाया था। दरअसल, इस साल ओले गिरने की गेहूं की काफी फसल बर्बाद हो चुकी है। इस कारण गेहूं की कटाई में भी देरी हो रही है। ऐसे में एफसीआई से गेहूं दिलाने की मांग की जा रही है। मिल मालिकों का कहना है कि वहां से गेहूं मिल जाए तो आटे की किल्लत खत्म हो सकती हरै।
नगर निगम ने बाराबंकी से मंगाया आटा
बाजार में आटे की किल्लत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि खुद सरकारी विभाग के आटे के लिए परेशान है। अपने कम्युनिटी किचन के लिए नगर निगम और जिला प्रशासन की टीम ने खुद बाराबंकी से आटा मंगवाया था।