लखनऊ
उत्तर प्रदेश में मॉनसून सक्रिय हो गया है। शनिवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। राज्य में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई और छिटपुट स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े। कई इलाकों में बारिश के चलते हुई दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने यूपी के अधिकांश जिलों में अलर्ट जारी किया है। विभाग ने पूर्वानुमान लगाया कि रविवार को राज्य में कई स्थानों पर तेज बारिश होगी और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि राज्य में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
मां-बेटियों की मौत
आगरा में हुई तेज बारिश के चलते कई हादसे हुए। एत्मादपुर के गांव में घर की छत और दीवार ढहने से मां और चार बच्चे मलवे में दब गए। इनमें दो बेटियों की मौत हो गई। वहीं सदर क्षेत्र के दुर्गा नगर में घर के बाहर टूटे बिजली के तार की चपेट में आने से पिता और उनके बेटे की मौत हो गई।
आंबेडकर नगर में गिरा मकान, बेटे की मौत
आंबेडकर नगर के आलापुर तहसील, फरीदपुर हेठरिया गांव में शनिवार को शंभू अपने खपरैल नुमा मकान के बगल में नींव की खोदाई करवा रहे थे। इसी दौरान भारी बारिश में खपरैल नुमा मकान भरभरा कर गिर गया। इसकी चपेट में आने से शंभू के बेटे प्रियांशु (14) की मौत हो गई। वहीं दूसरा बेटा हिमांशु और मजदूर धर्मेंद्र भी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
वाराणसी में घाटों के संपर्क मार्ग टूटे
इधर गंगा में तेज बढ़ाव के चलते घाटों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे जलस्तर बढ़ने से घाटों की सीढ़ियों के डूबने का क्रम लगातार जारी है। शीतला घाट पर बाढ़ का पानी शीतला मंदिर की ओर बढ़ने लगा है। अस्सी से राजघाट तक के किनारे स्थित छोटे मंदिर और मढ़िया पानी में समा गई हैं। तीर्थ पुरोहित और माझी अपना सामान सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुटे हैं।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
बड़ी नावों को घाटों पर लगे पोलों और भवनों की कड़ियों से बांध दिया गया है तो छोटी नावों को घाट के ऊपरी हिस्से की ओर ले जाया जा रहा है। पलट प्रवाह से गंगा की सहायक नदी वरुणा के किनारे बसी शहरी आबादी की ओर बाढ़ का पानी आने लगा है। इससे अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। तेज बढ़ाव को देखते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है।
24 घंटे में बढ़ा 1 मीटर जल स्तर
केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि वाराणसी में 24 घंटों में जलस्तर में करीब 1 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जलस्तर खतरे के निशान से अभी 7 मीटर नीचे है। वहीं, बलिया, गाजीपुर और मीरजापुर में भी गंगा का बढ़ना जारी है। सभी जगह जलस्तर लाल निशान के काफी नीचे है।
गंगा पार बनाई नहर डूबी
वाराणसी में गंगा पार रेत के टीले के बीच करीब 12 करोड़ की लागत से बनाई गई 5 किलोमीटर लंबी और 45 मीटर चौड़ी नहर बढ़ते जलस्तर के साथ पानी में समाहित हो रही है। गंगा के बीच बालू पर आईलैंड बनाने के लिए रामनगर स्थित पुल के पास से बालू में निकाली गई नहर का आखिरी सिरा गंगा में मिलाया गया है।
उत्तर प्रदेश में मॉनसून सक्रिय हो गया है। शनिवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई। राज्य में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई और छिटपुट स्थानों पर गरज के साथ छींटे पड़े। कई इलाकों में बारिश के चलते हुई दुर्घटनाओं में लोगों की मौत हो गई। मौसम विभाग ने यूपी के अधिकांश जिलों में अलर्ट जारी किया है।
मां-बेटियों की मौत
आगरा में हुई तेज बारिश के चलते कई हादसे हुए। एत्मादपुर के गांव में घर की छत और दीवार ढहने से मां और चार बच्चे मलवे में दब गए। इनमें दो बेटियों की मौत हो गई। वहीं सदर क्षेत्र के दुर्गा नगर में घर के बाहर टूटे बिजली के तार की चपेट में आने से पिता और उनके बेटे की मौत हो गई।
आंबेडकर नगर में गिरा मकान, बेटे की मौत
आंबेडकर नगर के आलापुर तहसील, फरीदपुर हेठरिया गांव में शनिवार को शंभू अपने खपरैल नुमा मकान के बगल में नींव की खोदाई करवा रहे थे। इसी दौरान भारी बारिश में खपरैल नुमा मकान भरभरा कर गिर गया। इसकी चपेट में आने से शंभू के बेटे प्रियांशु (14) की मौत हो गई। वहीं दूसरा बेटा हिमांशु और मजदूर धर्मेंद्र भी गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
वाराणसी में घाटों के संपर्क मार्ग टूटे
इधर गंगा में तेज बढ़ाव के चलते घाटों के संपर्क मार्ग बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे जलस्तर बढ़ने से घाटों की सीढ़ियों के डूबने का क्रम लगातार जारी है। शीतला घाट पर बाढ़ का पानी शीतला मंदिर की ओर बढ़ने लगा है। अस्सी से राजघाट तक के किनारे स्थित छोटे मंदिर और मढ़िया पानी में समा गई हैं। तीर्थ पुरोहित और माझी अपना सामान सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुटे हैं।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
बड़ी नावों को घाटों पर लगे पोलों और भवनों की कड़ियों से बांध दिया गया है तो छोटी नावों को घाट के ऊपरी हिस्से की ओर ले जाया जा रहा है। पलट प्रवाह से गंगा की सहायक नदी वरुणा के किनारे बसी शहरी आबादी की ओर बाढ़ का पानी आने लगा है। इससे अफरातफरी की स्थिति बनी हुई है। तेज बढ़ाव को देखते हुए जिला प्रशासन भी सतर्क हो गया है।
24 घंटे में बढ़ा 1 मीटर जल स्तर
केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि वाराणसी में 24 घंटों में जलस्तर में करीब 1 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई। जलस्तर खतरे के निशान से अभी 7 मीटर नीचे है। वहीं, बलिया, गाजीपुर और मीरजापुर में भी गंगा का बढ़ना जारी है। सभी जगह जलस्तर लाल निशान के काफी नीचे है।
गंगा पार बनाई नहर डूबी
वाराणसी में गंगा पार रेत के टीले के बीच करीब 12 करोड़ की लागत से बनाई गई 5 किलोमीटर लंबी और 45 मीटर चौड़ी नहर बढ़ते जलस्तर के साथ पानी में समाहित हो रही है। गंगा के बीच बालू पर आईलैंड बनाने के लिए रामनगर स्थित पुल के पास से बालू में निकाली गई नहर का आखिरी सिरा गंगा में मिलाया गया है।