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'सोलर न्यूक्लियर फ्यूजन पर शोध में भारत भी शामिल'

12वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ऑन प्लाज्मा साइंस ऐंड अप्लीकेशन में बोले विशेषज्ञएनबीटी, लखनऊ : वर्ष 2025 में फ्रांस के वैज्ञानिक सोलर न्यूक्लियर ...

Navbharat Times 12 Nov 2019, 6:30 am

12वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ऑन प्लाज्मा साइंस ऐंड अप्लीकेशन में बोले विशेषज्ञ

एनबीटी, लखनऊ : वर्ष 2025 में फ्रांस के वैज्ञानिक सोलर न्यूक्लियर फ्यूजन पर शोध करने जा रहे हैं। इसमें शामिल 15 देशों में भारत भी है। इस शोध के बाद कोई भी रेडियो एक्टिव मटेरियल वेस्ट नहीं होगा। न्यूक्लियर ऊर्जा भविष्य में असीमित ऊर्जा का स्रोत भी बनेगी। यह बात सिक्किम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. अविनाश खरे ने सोमवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से गोमतीनगर के निजी होटल में आयोजित 12वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ऑन प्लाज्मा साइंस ऐंड अप्लीकेशन के दौरान बतौर विशिष्ट अतिथि कही।

कॉन्फ्रेंस के दौरान देश-विदेश के 200 से अधिक लोग शामिल हुए। मुख्य अतिथि कानून एवं न्याय मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि खुशी की बात है कि सेमिनार हमारे देश और इससे भी ज्यादा खुशी की बात है कि लखनऊ में हो रहा है। मेरा मानना है कि इस दौरान हुई चर्चा से हर व्यक्ति को फायदा होगा। एकेटीयू के वीसी प्रो. विनय कुमार पाठक ने प्लाज्मा अप्लीकेशन और प्लाज्मा साइंस पर विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एलयू के वीसी प्रो. एसपी सिंह ने कहा कि विज्ञान ही ऐसा विषय है जो पूरे समाज को फायदा पहुंचाता है। सेमिनार में यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास यूएसए के प्रफेसर एस महाजन, आईए यूनिवर्सिटी ईरान के एम गोराननेविस, एनडी यूनिवर्सिअी तुर्की के यूमित डी गोकर, आरआरसीएटी इंदौर के अजीत उपाध्याय के साथ ही डॉ. पुनीत कुमार, प्रो. राजीव मनोहर और डॉ. महेंद्र कुमार भी मौजूद रहे।

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