-पहचान के लिए वॉट्सऐप से दूसरे थानों को भी भेजी न्यूज
एनबीटी ब्यूरो, लखनऊ
चारबाग स्टेशन पर अवैध वसूली कर रहे वर्दीधारी की फोटो मंगलवार को 'एनबीटी' में छपने के बाद जीआरपी ने आरोपित की छानबीन शुरू कर दी है। जीआरपी की सीओ अमिता सिंह का दावा है कि वह सिपाही जीआरपी का नहीं है। थाने पर तैनात करीब 250 जीआरपी कर्मियों में से वह नहीं है।
सिटीजन रिपोर्टर विशाल नंदन तिवारी ने सोमवार को एनबीटी ऐप पर चारबाग में वर्दीधारी की वसूली के चार फोटो भेजे थे। इसमें पहले फोटो में सिपाही स्टेशन पर उस यात्री से टिकट के बारे में पूछताछ कर रहा है। दूसरे फोटों में उसकी जेब की ओर इशारा कर रहा है। तीसरी फोटो में सिपाही उसे प्रीमियम पार्किंग में ले जाता है। चौथी फोटो में वह पार्किंग में पड़ी कुर्सियों पर बैठकर यात्री से अवैध वसूली करते दिखाई दे रहा है। एनबीटी ने मंगलवार को अवैध वसूली की फोटो छापी थी, जिसके बाद जीआरपी हरकत में आई। इंस्पेक्टर यूपी सिंह ने बताया कि एनबीटी में प्रकाशित न्यूज की कटिंग दूसरे थानों को भी वॉट्सऐप से भेजी गई है। अगर उसकी पहचान हो जाती है तो उसका बयान लेकर कार्रवाई की जाएगी।