लखनऊ
केजीएमयू के रेस्पिरटरी आईसीयू में एक महिला को डॉक्टरों ने नई जिंदगी दी है। महिला को जब आरआईसीयू में भर्ती किया गया था तो उसकी किडनी सही से काम नहीं कर रही थी। उन्हें 20 साल पहले टीबी हुआ था जिसमें एक फेफड़ा निकाल दिया गया था।
आरआईसीयू के डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि हरदोई की रहने वाली कुमकुम (65) को बुखार आ रहा था। इसके साथ ही उसे सांस लेने में भी काफी तकलीफ थी। इसके बाद उसे परिवारीजनों ने 24 जनवरी को हरदोई के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती किया था जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। हालत गंभीर होने पर उसे लोहिया अस्पताल रिफर किया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे तीन दिन भर्ती रखने के बाद ट्रॉमा सेंटर रिफर कर दिया।
डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि 30 जनवरी को मरीज को जब आरआईसीयू में भर्ती किया गया तो उसे क्रॉनिक आब्ट्रेक्टिव डीजीज (सीओपीडी) के लक्षण थे। उन्होंने बताया कि एक फेफड़े के साथ सीओपीडी के मरीज को बचा पाना काफी मुश्किल होता है। उनकी टीम ने इस मरीज को वेंटिलेटर पर रखा। मरीज को पहले से ही वेंटीलेटर की वजह से काफी इन्फेक्शन और निमोनिया भी था। मगर अब मरीज की हालत में काफी सुधार है और उसे वेंटिलेटर से हटा भी दिया गया है। मरीज को शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
केजीएमयू के रेस्पिरटरी आईसीयू में एक महिला को डॉक्टरों ने नई जिंदगी दी है। महिला को जब आरआईसीयू में भर्ती किया गया था तो उसकी किडनी सही से काम नहीं कर रही थी। उन्हें 20 साल पहले टीबी हुआ था जिसमें एक फेफड़ा निकाल दिया गया था।
आरआईसीयू के डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि हरदोई की रहने वाली कुमकुम (65) को बुखार आ रहा था। इसके साथ ही उसे सांस लेने में भी काफी तकलीफ थी। इसके बाद उसे परिवारीजनों ने 24 जनवरी को हरदोई के ही एक निजी अस्पताल में भर्ती किया था जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। हालत गंभीर होने पर उसे लोहिया अस्पताल रिफर किया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे तीन दिन भर्ती रखने के बाद ट्रॉमा सेंटर रिफर कर दिया।
डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि 30 जनवरी को मरीज को जब आरआईसीयू में भर्ती किया गया तो उसे क्रॉनिक आब्ट्रेक्टिव डीजीज (सीओपीडी) के लक्षण थे। उन्होंने बताया कि एक फेफड़े के साथ सीओपीडी के मरीज को बचा पाना काफी मुश्किल होता है। उनकी टीम ने इस मरीज को वेंटिलेटर पर रखा। मरीज को पहले से ही वेंटीलेटर की वजह से काफी इन्फेक्शन और निमोनिया भी था। मगर अब मरीज की हालत में काफी सुधार है और उसे वेंटिलेटर से हटा भी दिया गया है। मरीज को शनिवार को डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।