ऐपशहर

अधिकांश गवाहों ने माना, गुमनामी बाबा ही नेताजी थे: जस्टिस सहाय

विष्णु सहाय ने टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में बताया कि आयोग के समक्ष पेश होने वाले अधिकांश गवाहों ने भी गुमनामी बाबा को ही नेताजी माना।

टाइम्स ऑफ इंडिया 22 Sep 2017, 11:44 am
राजा बोस, लखनऊ
नवभारतटाइम्स.कॉम vishnu

फैजाबाद के संन्यासी गुमनामी बाबा की पहचान को लेकर जस्टिस सहाय आयोग की अगुवाई करने वाले सेवानिवृत्त न्यायाधीश विष्णु सहाय ने अहम खुलासे किए हैं। जस्टिस सहाय का कहना है कि अधिकांश गवाहों ने गुमनामी बाबा को ही नेताजी (सुभाषचंद्र बोस) माना था।

सहाय ने हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में बताया, 'प्राथमिक सबूत के रूप में वो गवाह थे, जो मेरे सामने पेश हुए या फिर जिनके हलफनामे को मैंने बयान के रूप में पेश किया। ज्यादातर गवाहों ने माना कि गुमनामी बाबा ही नेताजी थे या नेताजी हो सकते हैं। कुछ गवाहों ने इस बात को नकारा भी।'

सहाय ने मंगलवार को यूपी के राज्यपाल राम नाइक को गुमनामी बाबा की पहचान पर 347 पन्नों की अपनी रिपोर्ट सौंपी। उन्होंने कहा कि आयोग के समक्ष पेश होने वाले अधिकांश गवाहों ने गुमनामी बाबा को ही नेताजी माना।

यह भी पढ़ें: सरकार ने खोला रहस्य, विमान हादसे में गई थी नेताजी की जान

रिटायर्ड जस्टिस ने माना कि गुमनामी बाबा की मौत और आयोग की सुनवाई के गवाह के बीच काफी समय बीत गया था, जो बड़ी चुनौती थी। आयोग की तरफ से गुमनामी बाबा की पहचान ढूंढना जरूरी था। उनका प्रस्ताव था कि अगर आयोग गवाहों के आधार पर संतुष्ट नहीं होता है तो गुमनामी बाबा की पहचान पता की जाए।

बताते चलें कि गुमनामी बाबा का निधन 1985 में हुआ था जबकि गवाहों ने अपने बयान 2016-2017 में दर्ज कराए। इस बीच तीन दशक का समय बीत गया। इस तरह यह प्राकृतिक है कि समय बीतने के साथ उनकी मेमोरी भी थोड़ी कमजोर हो गई हो। ऐसे में उन्हें बाबा या उनसे जुड़ी बातों को सोचने पर अधिक बल देना पड़ा होगा।

इलाहाबाद हाई कोर्ट के निर्देश के बाद पिछले साल तत्कालीन समाजवादी पार्टी सरकार ने जस्टिस सहाय आयोग की स्थापना की थी। एक याचिकाकर्ता के गुमनामी बाबा के सुभाष चंद्र बोस होने का दावा करने के बाद यह आदेश पारित किया गया था।

अगला लेख

Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर