- नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी का भक्तों ने किया पूजन
\Bएनबीटी, लखनऊ : \Bचैत्र नवरात्र के दूसरे दिन गुरुवार को भक्तों ने घरों में ही मां ब्रह्मचारिणी का पूजन किया। दूसरी ओर मंदिरों में चौक स्थित बड़ी काली जी मंदिर में मां का लाल रंग के वस्त्रों से शृंगार किया गया। वहीं, चौपटिया स्थित संदोहन देवी मंदिर में मां की सवारी कमल रही। 27 मार्च को मां चंद्रघंटा का पूजन किया जाएगा।
ऐशबाग के मालवीय नगर निवासी मीना मल्होत्रा ने बताया कि वह 38 साल से हर नवरात्रि में दिन में दो बार दुर्गा सप्तशती का पाठ करती चली आ रही हैं। उनके साथ उनके पति सुरेश, बेटा तुषार, बहु कृतिका और उनके बच्चे टुइशा और तन्य भी लॉकडाउन के चलते साथ-साथ पूजन कर रहे हैं।
\Bषोडशोपचार विधि से पूजन\B
चौक स्थित बड़ी काली जी मंदिर में प्रबंधक और आचार्य ज्ञानेश तिवारी की अगुआई में सुबह चार बजे से पूजन अनुष्ठान हुआ। सबसे पहले लक्ष्मी-नारायण स्वरूपा बड़ी काली जी का अभिषेक, शृंगार, पूजन आरती की गई। इसमें षोडशोपचार पूजन में 16 प्रकार से पूजन किया गया। इसमें देवों को आसन देकर उनका स्वागत किया गया। फिर अर्घ्य, आचमन, मधुपर्क, स्नान, वस्त्राभरण, यज्ञोपवीत, चंदन, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, तांबूल, परिक्रमा और वंदना की गई। उसके बाद 16 मातृकाओं का पूजन किया गया। गौरी, पद्या, शची, मेघा, सावित्री, विजय, जपा, षष्ठी, स्वधा, स्वाहा, माताएं, लोकमताएं, धृति, पुष्टि, तुष्टी तथा कुल देवता के पूजन के बाद नवग्रह मंडल का पूजन किया गया। उसके बाद वरुण देवता का विधि पूर्वक पूजन पांच ब्राह्मणों द्वारा किया गया। इस अवसर पर सेवादार, डॉ. रमेंद्र अवस्थी, राजा पाण्डेय, नीरत तिवारी, विजय पाण्डेय सहित अन्य सेवादार उपस्थित रहे।
\Bपीली साड़ी से मां का शृंगार
\Bचौपटिया के संदोहन देवी मंदिर में मां की सवारी कमल रही। मां का शृंगार पीली साड़ी से किया गया। इस अवसर पर अनूप वर्मा, प्रयाग दत्त, हरिओम, रमेश शुक्ला मौजूद रहे। चौक की छोटी कालीजी मंदिर, भुइय्यन देवी मंदिर, संतोषी देवी मंदिर, काली बाड़ी में भी महज पुजारियों ने पूजन किया।