कर्मचारी संगठन और ट्रेड यूनियन नेताओं ने दिया ज्ञापन
एनबीटी, लखनऊ: बिजली निजीकरण के विरोध में आंदोलन तेज हो गया है। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजिनियर्स संगठन और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति तीस मार्च तक जनप्रतिनिधियों से सम्पर्क कर आंदोलन के लिए समर्थन मांगेंगी। गुरुवार को प्रदेश के अन्य कर्मचारी संगठनों और ट्रेड यूनियन नेताओं ने भी आंदोलन को समर्थन दे दिया है। राणा प्रताप रोड स्थित फील्ड हॉस्टल के कार्यालय में यह निर्णय लिया गया है। अवकाश में प्रबंध निदेशक के कार्यालय खुलने के आदेश को भी जूनियर इंजिनियर और बाकी संगठनों ने मानने से इनकार कर दिया है।
हाइडल फील्ड हॉस्टल में हुई एक बैठक में राष्ट्रीय ट्रेड यूनियनों भारतीय मजदूर संघ, एटक, इन्टक, सीटू, ऑल इण्डिया बैंक इम्पलॉइस असोसिएशन, ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स कन्फेडरेशन, यूनाइटेड बैंक फोरम, राज्य कर्मचारी महासंघ, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा, जवाहर भवन इंदिरा भवन कर्मचारी संघ डिप्लोमा इंजिनियर्स फेडरेशन, अधीनस्थ सेवा संघ, आईटीआई कर्मचारी संघ, सिंचाई, लोकनिर्माण, नगर निगम और कई अन्य विभागों के यूनियन पदाधिकारी मौजूद रहे। सीटू नेता प्रेमनाथ राय और गिरीश पांडेय ने बताया कि जिलों, जनपदों में सांसदों और विधायकों को निजीकरण के विरोध में ज्ञापन दिया जाएगा।