ऐपशहर

मस्जिद के बाहर लक्ष्मण प्रतिमा लगाने के प्रस्ताव के विरोध में मुस्लिम

लखनऊ की ऐतिहासिक टीले वाली मस्जिद के बाहर भगवान लक्ष्मण की प्रतिमा स्थापित किए जाने के प्रस्ताव पर मुस्लिम समुदाय में नाराजगी है। शहर के कई उलेमाओं ने इस पर सख्त आपत्ति जताई है।

एएनआई 1 Jul 2018, 11:57 am
लखनऊ
नवभारतटाइम्स.कॉम Teele
टीले वाली मस्जिद

यूपी की राजधानी लखनऊ की ऐतिहासिक टीले वाली मस्जिद के बाहर भगवान लक्ष्मण की प्रतिमा स्थापित किए जाने के प्रस्ताव पर मुस्लिम समुदाय में नाराजगी है। शहर के कई उलेमाओं ने इस पर सख्त आपत्ति जताई है।

टीले वाली मस्जिद के सामने चौराहे पर भगवान लक्ष्मण की मूर्ति लगाने के नगर निगम के इस प्रस्ताव को शहर के कई उलमाओं ने सियासत करार दिया है। उनका कहना है कि हिंदू आस्था के प्रतीक भगवान लक्ष्मण की मूर्ति लगनी चहिए, लेकिन बीजेपी जानबूझकर इसे मस्जिद के सामने लगाने पर आमादा है। उनके मुताबिक, पहले राम के नाम पर सियासत की गई, अब राजनीतिक दल भगवान लक्ष्मण के बहाने इसकी रूपरेखा तैयार कर रहे हैं।

मूर्ति कहीं और लगाने की गुजारिश
नगर निगम के फैसले के खिलाफ टीले वाली मस्जिद के पेश इमाम मौलाना फजले मन्नान खुलकर सामने आए हैं। उनके मुताबिक, यहां अलविदा और ईद-बकरीद पर बड़ी तादाद में लोग नमाज अदा करते हैं। लोग सड़कों पर भी नमाज पढ़ते हैं। असल में इस्लाम में किसी मूर्ति या तस्वीर के सामने या उसके पीछे नमाज नहीं पढ़ी जा सकती। ऐसे में मस्जिद के बाहर सामने चौराहे पर मूर्ति लग जाएगी तो लोग नमाज नहीं पढ़ पाएंगे। लिहाजा वह राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर मूर्ति कहीं और लगाने की गुजारिश करेंगे।

'अनकहा लखनऊ' में दावा, टीला तोड़कर बनी थी मस्जिद
हाल ही में बीजेपी के सीनियर नेता तथा पूर्व सांसद लालजी टंडन की किताब 'अनकहा लखनऊ' लॉन्च हुई है। इसमें उन्होंने लिखा है कि 'लक्ष्मण टीला' को तोड़कर वहां टीले वाली मस्जिद तामीर करवाई गई थी, लेकिन उलमा इससे इत्तेफाक नहीं रखते।

वहीं, मस्जिद के सामने चौराहे पर लक्ष्मण की मूर्ति का प्रस्ताव लाने वाले बीजेपी पार्षद दल के नेता रामकृष्ण यादव का कहना है कि यह जगह लक्ष्मण टीले के तौर पर ही इतिहास में दर्ज है। ऐसे में यहां मूर्ति स्थापना का विरोध बेबुनियाद है। नमाज पढ़े जाने के तर्क पर उन्होंने कहा कि नमाज मस्जिद के भीतर पढ़ी जाती है और प्रतिमा चौराहे पर लगाई जा रही है। ऐसे में यह तर्क निराधार है।

अगला लेख

Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर