बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण से पहले संपूर्ण विपक्षी (समाजवादी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस) सदस्यों ने नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी के नेतृत्व में पहले चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के पास और फिर मंडल की सीढ़ियों पर धरना दिया। विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारा लगा रहे थे। उनके हाथों में नारे लिखी तख्तियां थी। एक सपा विधायक आलू की टोकरी लिए थे, जबकि कई सदस्य आलू की माला पहनकर सांकेतिक और प्रतीकात्मक ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। सभी विधायक एक स्वर में प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार को किसान और गरीब विरोधी बता रहे हैं। रामगोविंद चौधरी ने बताया कि प्रदेश की जो कानून व्यवस्था है उसको लेकर विपक्षी पार्टियां विरोध कर रही है। आरोप लगाया कि विपक्ष की आवाज दबाने के लिए भाजपा सरकारें जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही हैं। किसान चाहे आलू उत्पादक हो या फिर गन्ना उत्पादन सरकार की नीतियों से परेशान हैं। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज सूबे अराजकता का माहौल है। सूबे में अपराधों की बाढ़ आ गई है। साढ़े दस बजे विपक्षी सदस्य धरना खत्म कर विधानसभा के अंदर पहुंचे, तो मंडप के दरवाजे बंद मिले। इस पर विपक्षी विधायक फिर वहीं सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए।
सदन से पहले विपक्ष का धरना -प्रदर्शन
बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण से पहले संपूर्ण विपक्षी (समाजवादी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस) सदस्यों ने नेता विपक्ष राम गोविंद चौधरी ...
Navbharat Times 6 Feb 2019, 6:30 am