ऐपशहर

अकाल के समय तामीर हुई थी तहसीन की मस्जिद

\Bचौक की संकरी गलियों में बनी ऐतिहासिक तहसीन की मस्जिद 225 साल का इतिहास संजोए हुए है। नवाब-आसिफ-उद्दौला के बेहद करीबी माने जाने वाले दरोगा तहसीन ...

Navbharat Times 16 May 2019, 6:30 am

\Bएनबीटी, लखनऊ: \Bचौक की संकरी गलियों में बनी ऐतिहासिक तहसीन की मस्जिद 225 साल का इतिहास संजोए हुए है। नवाब-आसिफ-उद्दौला के बेहद करीबी माने जाने वाले दरोगा तहसीन अली खां ने वर्ष 1788-1794 के बीच इस मस्जिद का निर्माण मुकम्मल करवाया था। मस्जिद में तीन डोम बनी हैं, इनमें से बीच वाली की ऊंचाई बेहद अधिक होने से इसकी खूबसूरती में चार-चांद लग जाते हैं। इंडो-इस्लामिक स्टाइल में मस्जिद की विशालकाय मीनारें जैसे आसमान का बोसा ले रही हों। बताया जाता है कि आकाल के समय जब आसिफ-उद-दौला ने लोगों को रोजगार देने के लिए बड़ा इमामबाड़ा की तामीर का सिलसिला शुरू किया तो कुछ लोग शर्म की वजह से वहां सबके साथ काम नहीं करना चाहते थे। इसलिए तहसीन खान ने नवाब से तहसीन की मस्जिद बनवाने की सलाह दी ताकि अच्छे खानदान के लोग बिना किसी शर्म के वहां पर काम कर सकें, जिसे आसिफ-उद्दौला ने मान लिया। चौक के भीड़भाड़ वाले इलाके में भी इस मस्जिद का दीदार करने देश से ही नहीं बल्कि विदेश से भी लोग आते हैं। रमजान में बड़ी तादात में रोजेदार यहां रोजा खोलते हैं। आम दिनों में भी नमाजियों की खासी तादात रहती है।

अगला लेख

Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर