\Bएनबीटी, लखनऊ : \Bलखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से गोमतीनगर के निजी होटल में चल रही 12वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ऑन प्लाज्मा साइंस ऐंड अप्लीकेशन का बुधवार को समापन हो गया। समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जीएसआई जर्मनी के प्रो.डी एचएच हॉफमैन मौजूद रहे। उन्होंने 15 देशों की ओर से सोलर न्यूक्लियर फ्यूजन में होने जा रहे शोध पर अपने विचार रखे। वहीं, मुख्य वक्ता रूस के प्रो.एवी किम रहे। उन्होंने प्लाज्मा विज्ञान के तकनीकी पहलुओं पर चर्चा की। साथ ही प्लाज्मा विज्ञान में ज्यादा से ज्यादा शोध करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम के दौरान कोरिया से प्रो.एस सुक, स्कॉटलैंड से प्रो. डीनो, थाईलैंड से प्रो. निसोआ और तुर्की से प्रो.नेकडेट ने भी अपने विचार रखे। सेमिनार में 20 भारतीय वैज्ञानिकों और 85 शोधार्थियों ने अपना शोध पत्र पेश किया। मौके पर डीएसआईआर के सदस्य सचिव विमल कुमार वरुण ने व्लादिसलोव निकोलव को यंग अचीवर्च सम्मान से नवाजा।
'प्लाज्मा साइंस पर हो ज्यादा से ज्यादा शोध'
\Bलखनऊ यूनिवर्सिटी की ओर से गोमतीनगर के निजी होटल में चल रही 12वीं अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस ऑन प्लाज्मा साइंस ऐंड अप्लीकेशन का बुधवार को समापन हो ...
Navbharat Times 14 Nov 2019, 6:30 am