लखनऊ
उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने गुरुवार दोपहर हरौनी और पिपरसंड स्टेशन के बीच पेट्रोलिंग के दौरान ट्रेन की चपेट में आने के बाद जान गंवाने वाले ट्रैकमैन की जगह उसकी पत्नी को 24 घटे में नौकरी दे दी है। इतना ही नहीं उसके सारे भुगतान भी दूसरे दिन ही बैंक खातों में ट्रांसफर करवा दिए गए। रेलवे के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी रेलकर्मी की मौत पर इतने कम समय में मृतक आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी गई है।
बंथरा के रामदासपुर गांव निवासी गैंगमैन सोनू कुमार (33) गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे लखनऊ-कानपुर रेल खंड के हरौनी और पिपरसंड रेलवे स्टेशन के मध्य हॉट वेदर पेट्रोलिंग कर रहा था। सहिजनपुर क्रॉसिंग के पास अचानक ट्रेन की चपेट में आने उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इससे पहले उसके पिता राजाराम की मौत हो गई थी। उनकी जगह मृतक आश्रित के रूप में उसे नौकरी मिली थी।
उसके परिवार में उसकी पत्नी सिमरन के अलावा तीन बेटियां बरखा, रिमझिम और बेबी हैं। सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर डीआरएम संजय त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेट्रोलिंग के दौरान कर्मचारियों के साथ ऐसे हादसे रोकने के हर संभव प्रयास किए जाएं।
उत्तर रेलवे के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने गुरुवार दोपहर हरौनी और पिपरसंड स्टेशन के बीच पेट्रोलिंग के दौरान ट्रेन की चपेट में आने के बाद जान गंवाने वाले ट्रैकमैन की जगह उसकी पत्नी को 24 घटे में नौकरी दे दी है। इतना ही नहीं उसके सारे भुगतान भी दूसरे दिन ही बैंक खातों में ट्रांसफर करवा दिए गए। रेलवे के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी रेलकर्मी की मौत पर इतने कम समय में मृतक आश्रित को अनुकंपा के आधार पर नौकरी दी गई है।
बंथरा के रामदासपुर गांव निवासी गैंगमैन सोनू कुमार (33) गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे लखनऊ-कानपुर रेल खंड के हरौनी और पिपरसंड रेलवे स्टेशन के मध्य हॉट वेदर पेट्रोलिंग कर रहा था। सहिजनपुर क्रॉसिंग के पास अचानक ट्रेन की चपेट में आने उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इससे पहले उसके पिता राजाराम की मौत हो गई थी। उनकी जगह मृतक आश्रित के रूप में उसे नौकरी मिली थी।
उसके परिवार में उसकी पत्नी सिमरन के अलावा तीन बेटियां बरखा, रिमझिम और बेबी हैं। सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ल ने बताया कि घटना की जानकारी होने पर डीआरएम संजय त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि पेट्रोलिंग के दौरान कर्मचारियों के साथ ऐसे हादसे रोकने के हर संभव प्रयास किए जाएं।