खुद को बदले समाज
देश में महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरुषों से बढ़कर प्रदर्शन कर रही हैं। ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में इन दिनों चल राष्ट्रमंडल खेलों में देश को मिले पदकों खासकर स्वर्ण पदकों में से ज्यादातर महिला खिलाड़ियों ने दिलवाए हैं। देश की बेटियां जिस तरह भारत का नाम रोशन कर रही हैं, वह काबिले तारीफ है। सरकार भी अब महिलाओं की बदलती छवि को देखते हुए उन्हें पुरुषों के मुकाबले सम्मान दिलाने की पूरी कोशिश कर रही है। निर्मला सीतारमण को रक्षा मंत्री बनाया जाना इसकी एक मिसाल है, लेकिन कई क्षेत्रों में रूढ़िवादिता के चलते लड़कियों को आगे आने का मौका नहीं मिलता। ऐसे में सरकार को नहीं समाज को खुद को बदलना और आगे आना होगा ताकि लड़के-लड़की का भेदभाव खत्म हो सके।
- आकांक्षा दीक्षित, बालागंज