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योगी सरकार ने उर्दू लेखकों और अल्पसंख्यक छात्रों के लिए खोला खजाना, दी लाखों की स्कॉलरशिप

उत्तर प्रदेश सरकार के भाषा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली उर्दू भाषा समिति लगातार उर्दू के विकास के लिए कार्य करती जा रही है, जिसके चलते उर्दू भाषा के लेखकों को सरकार की ओर से गुरुवार को करीब 8,16,382 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई।

Lipi 22 Jan 2021, 9:28 am
हेमेन्द्र त्रिपाठी, लखनऊ
नवभारतटाइम्स.कॉम cm yogi
योगी आदित्‍यनाथ (फाइल फोटो)

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार हिंदी भाषा के साथ-साथ उर्दू भाषा के विकास के लिए भी लगातार जोर दे रही है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार की उर्दू भाषा समिति (फखरुद्दीन अली अहमद मेमोरियल समिति) की ओर से राजधानी के उर्दू अकादमी भवन में बैठक कर उर्दू भाषा के विकास के लिए कई महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

अक्सर अन्य भाषाओं के लेखकों के साथ उर्दू भाषा पर काम करने वाले लेखकों को अन्य की तरह महत्व नहीं दिया जाता है, जिसके तहत उर्दू भाषा पर काम करने वाले लेखक अपनी पुस्तकों का प्रकाशन नहीं करा पाते हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के भाषा मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली उर्दू भाषा समिति लगातार उर्दू के विकास के लिए कार्य करती जा रही है, जिसके चलते उर्दू भाषा के लेखकों को सरकार की ओर से गुरुवार को करीब 8,16,382 रुपये की आर्थिक सहायता दी गई।

उर्दू भाषा समिति के मनोनीत सदस्य दानिश आजाद ने बताया कि प्रदेश भर से आर्थिक सहायता के लिए दिसम्बर और जनवरी माह के मिलाकर कुल 40 उर्दू लेखकों के आवेदन आए थे। जिन्हें बैठक के दौरान शॉर्टलिस्ट कर चुनिंदा 20 आवेदकों को अपनी पुस्तक के प्रकाशन के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की गई, जिससे वे सरकार के सहयोग से अपनी पुस्तकें प्रकाशित करा सकें। हर साल 3 से 4 महीने के बाद समिति की तरफ से बैठक होती है, उस दौरान आर्थिक सहायता के लिए आए अल्पसंख्यकों को संरकार की तरफ से आर्थिक मदद मुहैया कराई जाती है।

उर्दू पर पीएचडी करने वाले छात्रों को भी आर्थिक सहायता
पूरे प्रदेश से उर्दू लेखकों के आवेदन आने के साथ देशभर से उर्दू पर पीएचडी करने वाले स्कॉलर्स के आवेदन भी समिति को प्राप्त हुए, जिसके बाद आवेदकों को उर्दू भाषा समिति की ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की गई, जिससे वे अपनी आगे की पढ़ाई बिना किसी रुकावट के जारी रख सकें। इन छात्रों में कश्मीर यूनिवर्सिटी से लेकर अलीगढ़ विश्वविद्यालय के छात्र शामिल हैं।

'अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं मुहैया रही योगी सरकार' उर्दू भाषा समिति के सदस्य दानिश आजाद ने बताया कि प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी की सरकार उर्दू भाषा व अल्पसंख्यक विकास के लिए प्रतिबद्ध है। एक तरफ जहां उर्दू साहित्य के लेखकों को आर्थिक सहायता, उर्दू स्कॉलरों को स्कॉलरशिप मिल ही रही है, वहीं दूसरी तरफ मदरसा शिक्षा की गुणवत्ता में भी सुधार के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्रों में शौचालय, स्कूल आदि का निर्माण कर योगी सरकार की ओर से मुसलमानों को बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं।

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