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चित्रकूट में प्रशिक्षण शिविर: एका पर दिया गया जोर, BJP बढ़ी मिशन 2024 की ओर

BJP Training Camp In Chitrakoot: चित्रकूट में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से तीन दिनों तक प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया गया। इसमें उत्‍तर प्रदेश सरकार के सभी मंत्रियों समेत अनेक वरिष्‍ठ नेता शामिल हुए। इस शिविर में 2024 लोकसभा चुनावों को लेकर गहन मंथन किया गया। साथ ही पार्टी की एकता पर विशेष जोर दिया गया।

Reported byप्रेम शंकर मिश्रा | Edited by एनबीटी लखनऊ टीम | नवभारत टाइम्स 1 Aug 2022, 8:43 am
लखनऊ : चित्रकूट में भाजपा के प्रशिक्षण वर्ग में सरकार-संगठन के नुमाइंदों को एक 'प्रशिक्षण पुस्तिका' दी गई। पुस्तिका के कार्यपद्धति खंड में खासतौर से जिक्र है, 'व्यक्तिगत सवालों या आरोपों को संगठन पर आक्षेप की दृष्टि से न देखें।' अपेक्षा और उपेक्षा की कसौटी पर सरकार-संगठन को कसते समय यह मुद्दा अक्सर टकरा ही जाता है। इसलिए तीन दिन के प्रशिक्षण सत्र में समन्वय व अनुशासन में रहकर ऐसे मतभेदों के स्थायी समाधान तलाशने पर जोर रहा। प्रशिक्षण वर्ग में 2024 का लक्ष्य साधने के लिए उपलब्धियों के साथ ही विपक्ष के संभावित हमलों के जवाबी तीरों से भी 'योद्धाओं' के 'तरकश' लैस किए गए।
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चित्रकूट में बीजेपी प्रशिक्षण वर्ग


संगठन के विभिन्न दायित्वों के प्रमुखों के साथ ही सरकार के सभी कैबिनेट मंत्री प्रशिक्षण वर्ग में शामिल हुए। इनमें वे भी चेहरे थे जो चुनाव के ठीक पहले भाजपाई बने और सत्ता में भी अहम भूमिका मिल गई। संघ-भाजपा की विचार व संघर्ष यात्रा, प्रबंधन व कार्यपद्धति समझा कर इन नवागुंतकों व पारंगतों के बीच के भेद को भी कम किया गया।

गाढ़े हुए प्रतीक

प्रशिक्षण वर्ग के दौरान कामदगिरि की परिक्रमा, कामतानाथ की प्रार्थना और मंदाकिनी की आरती से लेकर राम वीथिका तक की यात्रा से उन प्रतीकों के रंग और गाढ़े किए गए जो चुनावी राह सुगम बनाते हैं। छोटे-बड़े सभी पदाधिकारियों की एकसाथ कदमताल से एका का संदेश भी देने की कोशिश हुई। प्रदेश अध्यक्ष के इस्तीफे से लेकर संगठन महामंत्री सुनील बंसल के तबादले की बाहर तैरती चर्चाओें से इतर उन चेहरों की क्लास चलती रही, जिन्हें भविष्य में भाजपा की राजनीतिक यात्रा को आगे बढ़ाना है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सामूहिकता व पारस्परिकता भाजपा की विशिष्टता है। बंसल ने बताया कि निर्णय प्रकिया स्वकेंद्रित नहीं, परामर्श आधारित होनी चाहिए। सहमति-असहमति हो सकती है, लेकिन निर्णय में भागीदारी का एहसास सबको करवाना होगा। सत्ता के स्थायित्व के लिए भी यह जरूरी है।

मिशन 2024 पर भी ध्यान
भाजपा के सामने अगला बड़ा चुनावी लक्ष्य 2024 है। इसलिए आधा दर्जन से अधिक सत्रों में मोदी सरकार की गरीब कल्याण, कृषि, विदेश व रक्षा से लेकर अन्य नीतियों को विस्तार से समझाया गया। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने यह कहकर भावी एजेंडे की भी तस्वीर रख दी कि यदुवंशियों, रविदासवंशियों के साथ पसमांदा मुस्लिमों को भी भाजपा के साथ लाएंगे।

आज भी हमारा, भविष्य भी हमारा: योगी
समापन सत्र को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कल भी हमारा था, आज भी हमारा है, भविष्य भी हमारा होगा। जनता किसी सरकार की कार्यपद्धति को देखकर कहने लगे कि सरकार ठीक काम कर रही है तो समझिए सरकार सही दिशा में जा रही है।

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