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CAA का उत्तर प्रदेश में दिखने लगा असर, सीएम योगी आदित्यनाथ का ऐक्शन और पीएम मोदी को धन्यवाद

उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून, 2019 का असर दिखना शुरू हो गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्वी पाकिस्तान से विस्थापित 63 हिंदू परिवारों को घर और जमीन की सौगात दी है। योगी ने इसके लिए पीएम मोदी को थैंक्यू कहा है।

Curated byराघवेंद्र शुक्ला | नवभारतटाइम्स.कॉम 19 Apr 2022, 4:41 pm
लखनऊः 'पूर्वी पाकिस्तान से पीड़ित होकर हम सभी रोते-रोते भारत आए थे। भारत सरकार ने हमें प्यार दिया। वर्तमान यूपी सरकार ने हमें जो दिया उसे हम क्या, हमारी पीढ़ी भी कभी भूल नहीं पाएगी।' तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान और आज के बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर भारत की सीमा में शरण लेने वाले एक लाभार्थी को उत्तर प्रदेश में पुनर्वास योजना के तहत जब घर मिला, तो ये शब्द अनायास उसके मुंह से फूट पड़े। दो साल पहले भारत सरकार ने संसद में नागरिकता संशोधन कानून (CAA 2019) का प्रस्ताव पेश किया था, जिसे दोनों सदनों से मंजूरी भी मिल गई थी। इस बिल के कानून बनने के बाद पहली बार किसी सरकार ने शरणार्थी बांग्लादेशी नागरिकों के पुनर्वास के लिए पहल की है।
नवभारतटाइम्स.कॉम यूपी में दिखने लगा सीएए का असर
यूपी में दिखने लगा सीएए का असर


नागरिकता संशोधन कानून, 2019 में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और क्रिस्चन धर्मों के प्रवासियों के लिए नागरिकता के नियम को आसान बनाया गया है। इसके लाभार्थियों में मुसलमानों को शामिल नहीं किए जाने पर मोदी सरकार के खिलाफ देश भर में जमकर प्रोटेस्ट हुए थे। विपक्षी पार्टियों का कहना था कि इस बिल के जरिए खासतौर पर मुसलमानों को निशाना बनाया गया है। तर्क दिया गया कि यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन करता है, जो समानता के अधिकार की बात करता है।

योगी ने 63 परिवारों को दिया पुनर्वास
हालांकि, केंद्र सरकार ने इस बिल में किसी भी तरह का बदलाव करने या इसे वापस लेने से साफतौर पर इनकार कर दिया। अब इस कानून का असर भी दिखना शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 1970 में पूर्वी पाकिस्तान से आए हिंदू बांग्ला परिवारों (East pakistan hindu migrant) को पुनर्वास योजना के तहत घर और खेती के लिए जमीन समेत अन्य सौगात दी है।

सीएम योगी ने ऐसे 63 परिवारों (east pakistan migrant 63 hindu families) को आवासीय जमीन के साथ ही जीवन यापन के लिए खेती के लिए दो एकड़ कृषि भूमि भी दी है। सभी 63 हिन्दू परिवारों को कार्यक्रम में स्वागत करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 38 वर्षों से जो प्रतीक्षा थी वो प्रतीक्षा आज दूर हो गई है। इस दौरान उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा 1984 में सूत मिल बंद होने के बाद ये लोग दर दर की ठोकरे खाते थे। सरकार के पास ये लोग हमेशा जाते थे, लेकिन संवेदनहीन सरकारें कभी इनकी बात को गंभीरता से नहीं लेती थी।

पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
योगी ने अपने एक ट्वीट के जरिए इस कानून के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद भी दिया है। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हुए अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भारत में नागरिकता देने और उनके पुनर्वासन हेतु ऐक्ट पास किया गया, उसी का सुफल है कि यूपी सरकार समयबद्ध ढंग से हिंदू परिवारों के पुनर्वासन की कार्रवाई को आगे बढ़ा रही है।
लेखक के बारे में
राघवेंद्र शुक्ला
राघवेंद्र शुक्ल ने लिखने-पढ़ने की अपनी अभिरुचि के चलते पत्रकारिता का रास्ता चुना। नई दिल्ली के भारतीय जनसंचार संस्थान से पत्रकारिता में डिप्लोमा हासिल करने के बाद जुलाई 2017 में जनसत्ता में बतौर ट्रेनी सब एडिटर दाखिला हो गया। वहां के बाद नवभारत टाइम्स ऑनलाइन की लखनऊ टीम का हिस्सा बन गए। यहां फिलहाल सीनियर डिजिटल कंटेंट प्रड्यूसर के पद पर तैनाती है। देवरिया के रहने वाले हैं और शुरुआती पढ़ाई वहीं हुई। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से विज्ञान में स्नातक की डिग्री है। साहित्यिक अभिरूचियां हैं। कविता-उपन्यास पढ़ना पसंद है। इतिहास के विषय पर बनी फिल्में देखने में दिलचस्पी है। थोड़ा-बहुत गीत-संगीत की दुनिया से भी वास्ता है।... और पढ़ें

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