ऐपशहर

CM के बाद राज्यपाल से भी नहीं मिल पाया प्रजापति का परिवार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का प्रयास विफल होने के बाद रेप आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के परिवार वालों ने बुधवार को राज्यपाल राम नाइक का दरवाजा खटखटाया, लेकिन उनसे भी मुलाकात नहीं हो सकी। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि प्रजापति के परिवार वाले सुबह राजभवन पहुंच गए, लेकिन उनकी राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो सकी।

नवभारतटाइम्स.कॉम 3 May 2017, 8:10 pm
लखनऊ
नवभारतटाइम्स.कॉम prajapatis family fails to meet guv after not getting audience with cm
CM के बाद राज्यपाल से भी नहीं मिल पाया प्रजापति का परिवार

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात का प्रयास विफल होने के बाद रेप आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के परिवार वालों ने बुधवार को राज्यपाल राम नाइक से मिलने पहुंचा, लेकिन उनसे भी मुलाकात नहीं हो सकी। राजभवन के सूत्रों ने बताया कि प्रजापति के परिवार वाले सुबह राजभवन पहुंच गए, लेकिन उनकी राज्यपाल से मुलाकात नहीं हो सकी। राज्यपाल उस समय एक कार्यक्रम में थे।

सूत्रों के अनुसार, परिवार वालों ने राज्यपाल से मुलाकात का समय मांगा है, लेकिन अब तक इस बारे में कुछ तय नहीं हुआ है। सोमवार को प्रजापति के परिवार के लोग मुख्यमंत्री से 'जनता दर्शन' कार्यक्रम में मिलने उनके आवास गए थे। प्रजापति की पत्नी ने मुख्यमंत्री के सरकारी आवास 5कालिदास मार्ग के बाहर संवाददाताओं को बताया कि वे मुख्यमंत्री से मिलना चाहते थे, लेकिन योगी उनसे नहीं मिले।

प्रजापति की पत्नी के साथ उनकी 2 बेटियां भी थीं। उनका दावा है कि मौके पर मौजूद एक मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि उनकी शिकायत सुनी जाएगी। पत्नी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि उनके पति को न्याय मिलेगा। हम मुख्यमंत्री से मुलाकात का फिर प्रयास करेंगे। प्रजापति की बेटी ने कहा कि उनके पिता को फंसाया गया है। वह निर्दोष हैं। हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री हमारी बात सुनेंगे और हमारे परिवार को न्याय सुनिश्चित करेंगे।

राज्यपाल से मुलाकात नहीं होने पर प्रजापति की पत्नी ने कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दरवाजा खटखटाएंगी। पूर्व मंत्री को पिछले सप्ताह रेप और रेप के प्रयास के मामले में जमानत मिल गई थी, लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने प्रजापति को पॉक्सो अदालत से मिली जमानत पर स्थगनादेश दे दिया। उच्च न्यायालय प्रशासन ने जमानत देने वाले न्यायाधीश को निलंबित कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिए।

अगला लेख

Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर