फतेहपुर
समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने पूर्व सीएम अखिलेश यादव पर बिना नाम लिए हमला बोला है। उन्होंने कहा कि साढ़े तीन महीने हो गए हैं। अब तो नेताजी को राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद सौंप देना चाहिए। नैतिकता भी यही कहती है।
फतेहपुर में रविवार को एक निजी प्रोग्राम में आए शिवपाल ने कहा कि विधानसभा में अखिलेश राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन गए और मुख्यमंत्री भी थे, लेकिन सफलता नहीं हासिल कर सके। हमारी सलाह है कि जो कहा है, वह पूरा करें। फिर पार्टी में सभी लोग मिलकर पूरे परिवार को एक कर दोबारा जुटें। जितना समाजवादी परिवार है, सभी को इकट्ठा करें तभी भारतीय जनता पार्टी को हटा सकते हैं। पिछली सरकार के कार्यों में कथित घोटालों और जांच के सवाल पर कहा कि यह तो राजकाज है, चलता रहेगा। गायत्री प्रजापति पर पूछे गए सवाल को शिवपाल हंसकर टाल गए।
तारीख दर तारीख बढ़ा विवाद
14 सितंबर को अखिलेश ने शिवपाल यादव के अहम विभाग छीन लिए, बाद में मुलायम के हस्तक्षेप के बाद विभाग वापस हुए
अखिलेश ने शिवपाल के करीबी माने जाने वाले मुख्य सचिव दीपक सिंघल को हटा दिया
23 अक्टूबर को अखिलेश ने शिवपाल समेत चार करीबी मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया
29 दिसंबर को मुलायम ने अखिलेश और रामगोपाल को को पार्टी से बर्खास्त कर दिया
30 दिसंबर को अखिलेश और रामगोपाल को पार्टी में दोबारा वापस लिया गया
1 जनवरी, 2017 को सपा के राष्ट्रीय सम्मेलन में अखिलेश को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया
इसके बाद पार्टी सिंबल का विवाद चुनाव आयोग में चला
16 जनवरी को अखिलेश को साइकल सिंबल मिल गया