लखनऊ
कोरोना वायरस के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश के उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने बड़ी मांग की है। मंगलवार को साक्षी महाराज ने कोरोनो वायरस के प्रकोप के मद्देनजर अपने निर्वाचन क्षेत्र में अवैध और वैध स्लॉटर हाउस यानी बूचड़खानों को पूरी तरह से बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इन स्लॉटर हाउसेज पर सरकार को परमानेंटली बैन लगाना चाहिए।
जिला प्रशासन के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में उन्नाव सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र में मौजूदा बूचड़खानों और चमड़े के कारखानों को 'अभिशाप' करार दिया। उन्होंने कहा है कि इनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में साक्षी महाराज ने कहा, 'स्थिति इतनी खराब है कि आजादी के 72 सालों के बाद भी उन्नाव में पीना का साफ पानी नहीं उपलब्ध हो पा रहा है।'
पढ़ें: कोरोना के देश में कहां कितने केस, यहां पूरी लिस्ट
'अपंग पैदा हो रहे बच्चे'
साक्षी महाराज ने कहा, 'इन बूचड़खानों और टेनरियों (चमड़े के कारखाने) के कारण भूगर्भ जल में फ्लोराइड की मात्रा काफी अधिक हो गई है, जिसकी वजह से बच्चे तक अपंग पैदा होते रहे हैं। मैं लंबे समय से इन्हें बंद करने की मांग उठा रहा हूं। स्थिति इतनी खराब है कि लोग कानपुर या लखनऊ की ओर पलायन कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि गंगा के एक किनारे पर कानपुर है और दूसरे किनारे पर उन्नाव, सरकार ने नमामि गंगे योजना के तहत उन्नाव की टेनरियों को तो बंद कर दिया लेकिन उन्नाव में ये अभी भी चल रहे हैं।
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'हवा और भूजल प्रदूषित कर रहे बूचड़खाने'
जिला प्रशासन को भेजे गए अपने पत्र में साक्षी महाराज ने लिखा है, 'पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खतरे से गुजर रही है। इसलिए, इस तरह के खतरे से निपटने के लिए सरकार को राज्य में वैध और अवैध बूचड़खानों और चमड़े के कारखानों के संचालन पर रोक लगानी चाहिए।' उन्होंने कहा कि ये न केवल हवा को प्रदूषित कर रहे हैं बल्कि जिले (उन्नाव) के भूजल को भी प्रदूषित करने के लिए जिम्मेदार हैं। साक्षी ने कहा कि लोगों की सुरक्षा करना प्रशासन का कर्तव्य है।
'जंगल में लगाए जाएं प्लांट'
साक्षी महाराज ने कहा कि अगर इन बूचड़खानों और टेनरियों को चलाना ही है तो ये किसी जंगल में बनाए जाएं, वहां ट्रीटमेंट प्लांट भी लगें, जहां से प्रदूषित पानी गंगा और भूगर्भ में न जाए। उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने जलशक्ति मंत्री से मुलाकात कर इस मुद्दे पर बात की है और उन्होंने इसके समाधान का आश्वासन भी दिया है।
कोरोना वायरस के खतरे के बीच उत्तर प्रदेश के उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने बड़ी मांग की है। मंगलवार को साक्षी महाराज ने कोरोनो वायरस के प्रकोप के मद्देनजर अपने निर्वाचन क्षेत्र में अवैध और वैध स्लॉटर हाउस यानी बूचड़खानों को पूरी तरह से बंद करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इन स्लॉटर हाउसेज पर सरकार को परमानेंटली बैन लगाना चाहिए।
जिला प्रशासन के माध्यम से पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को भेजे गए पत्र में उन्नाव सांसद ने अपने संसदीय क्षेत्र में मौजूदा बूचड़खानों और चमड़े के कारखानों को 'अभिशाप' करार दिया। उन्होंने कहा है कि इनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए। एनबीटी ऑनलाइन से बातचीत में साक्षी महाराज ने कहा, 'स्थिति इतनी खराब है कि आजादी के 72 सालों के बाद भी उन्नाव में पीना का साफ पानी नहीं उपलब्ध हो पा रहा है।'
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'अपंग पैदा हो रहे बच्चे'
साक्षी महाराज ने कहा, 'इन बूचड़खानों और टेनरियों (चमड़े के कारखाने) के कारण भूगर्भ जल में फ्लोराइड की मात्रा काफी अधिक हो गई है, जिसकी वजह से बच्चे तक अपंग पैदा होते रहे हैं। मैं लंबे समय से इन्हें बंद करने की मांग उठा रहा हूं। स्थिति इतनी खराब है कि लोग कानपुर या लखनऊ की ओर पलायन कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि गंगा के एक किनारे पर कानपुर है और दूसरे किनारे पर उन्नाव, सरकार ने नमामि गंगे योजना के तहत उन्नाव की टेनरियों को तो बंद कर दिया लेकिन उन्नाव में ये अभी भी चल रहे हैं।
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'हवा और भूजल प्रदूषित कर रहे बूचड़खाने'
जिला प्रशासन को भेजे गए अपने पत्र में साक्षी महाराज ने लिखा है, 'पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खतरे से गुजर रही है। इसलिए, इस तरह के खतरे से निपटने के लिए सरकार को राज्य में वैध और अवैध बूचड़खानों और चमड़े के कारखानों के संचालन पर रोक लगानी चाहिए।' उन्होंने कहा कि ये न केवल हवा को प्रदूषित कर रहे हैं बल्कि जिले (उन्नाव) के भूजल को भी प्रदूषित करने के लिए जिम्मेदार हैं। साक्षी ने कहा कि लोगों की सुरक्षा करना प्रशासन का कर्तव्य है।
'जंगल में लगाए जाएं प्लांट'
साक्षी महाराज ने कहा कि अगर इन बूचड़खानों और टेनरियों को चलाना ही है तो ये किसी जंगल में बनाए जाएं, वहां ट्रीटमेंट प्लांट भी लगें, जहां से प्रदूषित पानी गंगा और भूगर्भ में न जाए। उन्होंने बताया कि हाल ही में उन्होंने जलशक्ति मंत्री से मुलाकात कर इस मुद्दे पर बात की है और उन्होंने इसके समाधान का आश्वासन भी दिया है।