मिहिर मिश्रा, नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल प्रचार अभियान में एक-दूसरे से आगे निकलने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते। इसी वजह से वे हेलिकॉप्टर्स किराए पर लेने में अभी से जुट गए हैं। कुछ बड़े दलों के लिए 'करो या मरो' का प्रश्न बन चुके इस चुनाव में 26 हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, पिछले चुनाव में लगभग 12 हेलिकॉप्टर ही इस्तेमाल किए गए थे। हेलिकॉप्टर किराए पर लेने की दौड़ में भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे है।
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पार्टी 12 हेलिकॉप्टर्स के लिए मोलभाव कर रही है। राज्य में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (SP) छह हेलिकॉप्टर्स लेना चाहती है। कांग्रेस भी इस चुनाव के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और उसने चार हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) का इरादा अधिकतम तीन हेलिकॉप्टर्स लेने का है, जबकि BJP की अगुवाई वाली केंद्र सरकार में शामिल अपना दल एक हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर सकती है।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि प्रचार के जोर पकड़ने पर यह संख्या और बढ़ सकती है। इसके मुकाबले में बिहार में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बहुत कम हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया गया था। BJP ने बिहार चुनाव के दौरान केवल छह हेलिकॉप्टर्स किराए पर लिए थे। इस बारे में पूछने पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि वह हेलिकॉप्टर्स किराए पर लेने के लिए मोलभाव में शामिल नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने इसे लेकर कॉल और मेसेज का कोई जवाब नहीं दिया। BJP के जनरल सेक्रटरी अनिल जैन से भी संपर्क नहीं हो सका। सूत्रों ने बताया कि अधिकतर राजनीतिक दल दो इंजन वाले बड़े हेलिकॉप्टर किराए पर लेना चाहते हैं और इनके लिए बातचीत एक महीना पहले शुरू हुई थी। छोटे हेलिकॉप्टर्स चुनाव करीब आने पर हायर किए जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल प्रचार अभियान में एक-दूसरे से आगे निकलने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते। इसी वजह से वे हेलिकॉप्टर्स किराए पर लेने में अभी से जुट गए हैं। कुछ बड़े दलों के लिए 'करो या मरो' का प्रश्न बन चुके इस चुनाव में 26 हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, पिछले चुनाव में लगभग 12 हेलिकॉप्टर ही इस्तेमाल किए गए थे। हेलिकॉप्टर किराए पर लेने की दौड़ में भारतीय जनता पार्टी सबसे आगे है।
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पार्टी 12 हेलिकॉप्टर्स के लिए मोलभाव कर रही है। राज्य में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (SP) छह हेलिकॉप्टर्स लेना चाहती है। कांग्रेस भी इस चुनाव के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और उसने चार हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल करने की योजना बनाई है। मायावती की बहुजन समाज पार्टी (BSP) का इरादा अधिकतम तीन हेलिकॉप्टर्स लेने का है, जबकि BJP की अगुवाई वाली केंद्र सरकार में शामिल अपना दल एक हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल कर सकती है।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले लोगों ने बताया कि प्रचार के जोर पकड़ने पर यह संख्या और बढ़ सकती है। इसके मुकाबले में बिहार में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में बहुत कम हेलिकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया गया था। BJP ने बिहार चुनाव के दौरान केवल छह हेलिकॉप्टर्स किराए पर लिए थे। इस बारे में पूछने पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि वह हेलिकॉप्टर्स किराए पर लेने के लिए मोलभाव में शामिल नहीं हैं।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर ने इसे लेकर कॉल और मेसेज का कोई जवाब नहीं दिया। BJP के जनरल सेक्रटरी अनिल जैन से भी संपर्क नहीं हो सका। सूत्रों ने बताया कि अधिकतर राजनीतिक दल दो इंजन वाले बड़े हेलिकॉप्टर किराए पर लेना चाहते हैं और इनके लिए बातचीत एक महीना पहले शुरू हुई थी। छोटे हेलिकॉप्टर्स चुनाव करीब आने पर हायर किए जा सकते हैं।