लखनऊ/ नई दिल्ली/ भोपाल
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन अभी जारी हैं। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को भी कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों में घायल होने के बाद अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और कई सारे लोग बुरी तरह घायल हैं। उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, मध्य प्रदेश और गुजरात समेत अन्य राज्यों में भी प्रदर्शन जारी हैं। इसी के मद्देनजर शनिवार को उत्तर प्रदेश में सभी स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है। उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने कहा है कि एक भी व्यक्ति की मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, मारे गए और घायल हुए कई लोगों को गोलियां लगी हैं। घायलों में पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। बता दें कि गुरुवार को लखनऊ और संभल के बाद शुक्रवार को भी यूपी के कई जिलों में जमकर हिंसक प्रदर्शन हुए।
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में शुक्रवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई। यहां उपद्रवी भीड़ ने वाहन में आग लगा दी और दिल्ली गेट इलाके में पथराव किया। वहीं, उत्तर प्रदेश में कानपुर समेत कई जिलों में प्रदर्शन के दौरान बवाल के चलते 6 लोगों की मौत हो गई। प्रदेश में सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय को एहतियातन शनिवार को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। वहीं, मध्य प्रदेश के जबलपुर में हिंसक प्रदर्शन के कारण चार थाना इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया।
जबलपुर में कर्फ्यू
एमपी की राजधानी में एहतियात के तौर पर सात घंटे के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई। देश भर में सीएए को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक विडियो संदेश जारी कर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने नागरिकता कानून को भेदभावपूर्ण करार देते हुए कहा कि प्रस्तावित एनआरसी के कारण नोटबंदी की तरह एक बार फिर लोगों को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा।
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सोनिया का केंद्र सरकार पर निशाना
सोनिया ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इसकी निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में लोगों को सरकार के गलत निर्णयों और नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार है। सरकार का यह कर्तव्य होता है कि वह लोगों की आवाज एवं उनकी चिंताओं पर ध्यान दे लेकिन बीजेपी सरकार लोगों की आवाज का निरादर कर रही है और बल प्रयोग करके उसे दबाने का प्रयास कर रही है।
प्रियंका-चंद्रशेखर ने दिया प्रदर्शनकारियों को समर्थन
सोनिया के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार शाम इंडिया गेट पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच पहुंचीं और प्रदर्शन को अपना समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी गरीबों के खिलाफ है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव गरीब तबके पर होगा। प्रोटेस्टर्स से मिलने पहुंची गांधी ने यह भी कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए। दिल्ली के जामा मस्जिद में प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर की भी मौजूदगी रही। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि जब तक केंद्र सरकार ऐक्ट को वापस नहीं लेती तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
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यूपी में 10 लोगों की मौत
इधर, नागरिकता ऐक्ट को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शनों में 10 लोगों की जान चली गई। प्रदेश के कानपुर, मेरठ, फिरोजाबाद, गोरखपुर और मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। कानपुर में उपद्रवियों के पथराव के चलते पुलिस को उन पर लाठीचार्ज करना पड़ा। मुजफ्फरपुर में भी पथराव और आगजनी की खबर है। बिजनौर में प्रदर्शनकारियों से संघर्ष के दौरान एक पुलिसकर्मी को गोली लग गई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस चौकी फूंकने की कोशिश
कानपुर के बाबूपुरवा के बगाही और मछरिया क्षेत्र से भी प्रदर्शन और आगजनी की ख़बरें सामने आईं। यहां प्रदर्शन के दौरान 13 लोग घायल हुए, जिनमें से 9 लोगों को गोली लगी है। घायलों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। फिरोजाबाद में भी पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। यहां उपद्रवियों ने पुलिस चौकी फूंकने की कोशिश की। इसके अलावा अयोध्या, बहराइच, सीतापुर, शामली, अलीगढ़, बुलंदशहर, वाराणसी, भदोही और गोरखपुर में भी हिंसक प्रदर्शन की खबरें सामने आईं।
गाजियाबाद, लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगी रही। हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर यूपी में जूनियर हाई स्कूल के टीचर्स की नियुक्ति के लिए रविवार को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी ) को स्थगित कर दिया गया। वहीं, शनिवार को यूपी के सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया है।
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दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन जारी
यूपी के अलावा दिल्ली में भी हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी रहा। शुक्रवार को राजधानी के दरियागंज इलाके में उपद्रवियों ने वाहन में आग लगा दी और दिल्ली गेट इलाके में पथराव किया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया। पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके, दरियागंज, दिल्ली गेट, दक्षिणी दिल्ली के कुछ इलाके, उत्तर पूर्व दिल्ली के इंद्रलोक, सीमापुरी, केंद्रीय दिल्ली के इंडिया गेट पर लोग नागरिकता कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे।
एमपी में कर्फ्यू
मध्य प्रदेश में भी एनआरसी और सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसके बाद जबलपुर जिले के कई थाना इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया। शहर के गोहलपुर एवं हनुमानताल पुलिस थानों के पूरे इलाके तथा कोतवाली और आधारताल पुलिस थानों के कुछ इलाकों में हिंसा होने के बाद कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर शनिवार को शहर के सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। राजधानी भोपाल में एहतियातन इंटरनेट सेवाएं सात घंटे के लिए रोक दी गई थीं।
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नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शन अभी जारी हैं। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को भी कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन हुए। इन प्रदर्शनों में घायल होने के बाद अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है और कई सारे लोग बुरी तरह घायल हैं। उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, मध्य प्रदेश और गुजरात समेत अन्य राज्यों में भी प्रदर्शन जारी हैं। इसी के मद्देनजर शनिवार को उत्तर प्रदेश में सभी स्कूलों-कॉलेजों में छुट्टी कर दी गई है।
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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के दरियागंज इलाके में शुक्रवार को एक बार फिर हिंसा भड़क गई। यहां उपद्रवी भीड़ ने वाहन में आग लगा दी और दिल्ली गेट इलाके में पथराव किया। वहीं, उत्तर प्रदेश में कानपुर समेत कई जिलों में प्रदर्शन के दौरान बवाल के चलते 6 लोगों की मौत हो गई। प्रदेश में सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालय को एहतियातन शनिवार को बंद रखने का निर्देश दिया गया है। वहीं, मध्य प्रदेश के जबलपुर में हिंसक प्रदर्शन के कारण चार थाना इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया।
जबलपुर में कर्फ्यू
एमपी की राजधानी में एहतियात के तौर पर सात घंटे के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी गई। देश भर में सीएए को लेकर जारी प्रदर्शन के बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक विडियो संदेश जारी कर केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने नागरिकता कानून को भेदभावपूर्ण करार देते हुए कहा कि प्रस्तावित एनआरसी के कारण नोटबंदी की तरह एक बार फिर लोगों को अपनी एवं अपने पूर्वजों की नागरिकता साबित करने के लिए लाइन में खड़ा होना पड़ेगा।
लखनऊ हिंसा: पूर्व IPS एसआर दारापुरी समेत 151 अरेस्ट
सोनिया का केंद्र सरकार पर निशाना
सोनिया ने प्रदर्शनकारियों पर बल प्रयोग को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इसकी निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र में लोगों को सरकार के गलत निर्णयों और नीतियों के खिलाफ आवाज उठाने का अधिकार है। सरकार का यह कर्तव्य होता है कि वह लोगों की आवाज एवं उनकी चिंताओं पर ध्यान दे लेकिन बीजेपी सरकार लोगों की आवाज का निरादर कर रही है और बल प्रयोग करके उसे दबाने का प्रयास कर रही है।
प्रियंका-चंद्रशेखर ने दिया प्रदर्शनकारियों को समर्थन
सोनिया के अलावा प्रियंका गांधी वाड्रा शुक्रवार शाम इंडिया गेट पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के बीच पहुंचीं और प्रदर्शन को अपना समर्थन जताया। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी गरीबों के खिलाफ है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव गरीब तबके पर होगा। प्रोटेस्टर्स से मिलने पहुंची गांधी ने यह भी कहा कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण होना चाहिए। दिल्ली के जामा मस्जिद में प्रदर्शन के दौरान भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर की भी मौजूदगी रही। इस दौरान उन्होंने ऐलान किया कि जब तक केंद्र सरकार ऐक्ट को वापस नहीं लेती तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा।
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यूपी में 10 लोगों की मौत
इधर, नागरिकता ऐक्ट को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हिंसक प्रदर्शनों में 10 लोगों की जान चली गई। प्रदेश के कानपुर, मेरठ, फिरोजाबाद, गोरखपुर और मुजफ्फरनगर समेत कई जिलों में प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया। कानपुर में उपद्रवियों के पथराव के चलते पुलिस को उन पर लाठीचार्ज करना पड़ा। मुजफ्फरपुर में भी पथराव और आगजनी की खबर है। बिजनौर में प्रदर्शनकारियों से संघर्ष के दौरान एक पुलिसकर्मी को गोली लग गई, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस चौकी फूंकने की कोशिश
कानपुर के बाबूपुरवा के बगाही और मछरिया क्षेत्र से भी प्रदर्शन और आगजनी की ख़बरें सामने आईं। यहां प्रदर्शन के दौरान 13 लोग घायल हुए, जिनमें से 9 लोगों को गोली लगी है। घायलों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। फिरोजाबाद में भी पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं। यहां उपद्रवियों ने पुलिस चौकी फूंकने की कोशिश की। इसके अलावा अयोध्या, बहराइच, सीतापुर, शामली, अलीगढ़, बुलंदशहर, वाराणसी, भदोही और गोरखपुर में भी हिंसक प्रदर्शन की खबरें सामने आईं।
गाजियाबाद, लखनऊ समेत प्रदेश के कई जिलों में इंटरनेट सेवाओं पर भी रोक लगी रही। हिंसक प्रदर्शनों के मद्देनजर यूपी में जूनियर हाई स्कूल के टीचर्स की नियुक्ति के लिए रविवार को होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी ) को स्थगित कर दिया गया। वहीं, शनिवार को यूपी के सभी स्कूल-कॉलेज और विश्वविद्यालयों को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया है।
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दिल्ली में हिंसक प्रदर्शन जारी
यूपी के अलावा दिल्ली में भी हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी रहा। शुक्रवार को राजधानी के दरियागंज इलाके में उपद्रवियों ने वाहन में आग लगा दी और दिल्ली गेट इलाके में पथराव किया। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया। पुरानी दिल्ली के जामा मस्जिद इलाके, दरियागंज, दिल्ली गेट, दक्षिणी दिल्ली के कुछ इलाके, उत्तर पूर्व दिल्ली के इंद्रलोक, सीमापुरी, केंद्रीय दिल्ली के इंडिया गेट पर लोग नागरिकता कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे।
एमपी में कर्फ्यू
मध्य प्रदेश में भी एनआरसी और सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसके बाद जबलपुर जिले के कई थाना इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया। शहर के गोहलपुर एवं हनुमानताल पुलिस थानों के पूरे इलाके तथा कोतवाली और आधारताल पुलिस थानों के कुछ इलाकों में हिंसा होने के बाद कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर शनिवार को शहर के सभी स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। राजधानी भोपाल में एहतियातन इंटरनेट सेवाएं सात घंटे के लिए रोक दी गई थीं।
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