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उत्तर प्रदेश के मदरसों में अब कॉमन ड्रेस कोड की तैयारी!

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से मदरसों को लेकर काफी चर्चा होती रहती है। ताजा मामले में यूपी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मोहसिन रजा ने मदरसों में कॉमन ड्रेस कोड की वकालत की है। गौरतलब है कि अभी तक मदरसों में कोई ड्रेस कोड लागू नहीं है।

नवभारतटाइम्स.कॉम 3 Jul 2018, 6:24 pm
लखनऊ
नवभारतटाइम्स.कॉम mohsin
फाइल फोटो: मोहसिन रजा

उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के बाद से मदरसों को लेकर काफी चर्चा होती रहती है। ताजा मामले में यूपी सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मोहसिन रजा ने मदरसों में कॉमन ड्रेस कोड की वकालत की है। गौरतलब है कि अभी तक मदरसों में कोई ड्रेस कोड लागू नहीं है।

मोहसिन रजा ने कहा, 'मदरसों के बच्चों को भी मुख्यधारा से जोड़ना है, इसीलिए हमने एनसीईआरटी की किताबें लागू की हैं।। धार्मिक शिक्षा के साथ-साथ अब मदरसे के बच्चे सामाजिक शिक्षा भी हासिल करेंगे। अभी बच्चे जो कुर्ता पायजामा पहनकर जाते हैं, वह किसका ड्रेस है, किसने लागू किया, इसके बारे में हमें नहीं पता। ड्रेस कोड से उनके अंदर भी कॉन्फिडेंस आएगा और वे खुद को बाकी स्टूडेंट्स जैसा ही समझेंगे और बराबर महसूस करेंगे। ड्रेस कोड क्या होगा यह बैठकर तय किया जाएगा।'



इससे पहले मदरसों में होने वाली पढ़ाई के सिलेबस में भी यूपी सरकार बदलाव कर चुकी है। अब बाकी स्कूलों की तरह मदरसों में भी एनसीईआरटी की किताबें लागू कर दी गई हैं। इसके अलावा मदरसों पर जीपीएस सर्विस के जरिए नजर रखने की बात पर भी चर्चा शुरू हो चुकी है। सरकार की तरफ से कहा जा रहा है कि मदरसों में नकली स्टूडेंट्स और कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए ऐसा किया जा रहा है। राज्य सरकार ने मदरसों से क्लास रूम के मैप, इमारत की तस्वीरें और टीचर्स के बैंक अकाउंट भी मांगे हैं। कर्मचारियों के आधार कार्ड की डीटेल सरकार के पोर्टल पर अपलोड करने के लिए भी कहा गया है।

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