ऐपशहर

कोटा में मरने वाले बच्‍चों की माताओं का दर्द नहीं समझ पा रहीं सोनिया-प्रियंका: योगी आदित्‍यनाथ

यूपी के सीएम योगी आदित्‍यनाथ का कहना है कि उत्‍तर प्रदेश में राजनीतिक नौटंकी करने के स्‍थान पर प्रियंका गांधी को राजस्‍थान के अस्‍पताल में दम तोड़ रहे नवजात बच्‍चों की माताओं को सांत्‍वना देनी चाहिए।

नवभारतटाइम्स.कॉम 2 Jan 2020, 5:01 pm

हाइलाइट्स

  • कोटा अस्‍पताल में बच्‍चों की मौत पर योगी आदित्‍यनाथ ने सोनिया और प्रियंका ने निशाना साधा है
  • योगी का कहना है कि महिला होने के बावजूद इन्‍हें माताओं का दर्द नहीं समझ में आ रहा है
  • यूपी में नौटंकी करने की जगह राजस्‍थान में माताओं को सांत्‍वना दें: प्रियंका योगी आदित्‍यनाथ
  • राजस्‍थान के कोटा स्थित सरकारी अस्‍पताल में दिसंबर महीने में 100 से ज्‍यादा बच्‍चों की हुई मौत
सारी खबरें हाइलाइट्स में पढ़ने के लिए ऐप डाउनलोड करें
नवभारतटाइम्स.कॉम योगी आदित्‍यनाथ
योगी आदित्‍यनाथ
लखनऊ
राजस्‍थान में कोटा के सरकारी अस्‍पताल में 100 से ज्‍यादा बच्‍चों की मौत मामले को लेकर उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधा है। योगी ने कहा कि माताओं की गोद उजड़ना सभ्य समाज, मानवीय मूल्यों और संवेदनाओं पर धब्बा है। अत्यंत क्षोभ है कि सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी महिला होकर भी इन माताओं का दुख नहीं समझ पा रही हैं। बता दें कि इस मामले को संज्ञान में लेते हुए सोनिया गांधी ने राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत से रिपोर्ट तलब की है जो उन्‍हें भेज दी गई है।
मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ऑफिस के टि्वटर हैंडल से गुरुवार को कोटा में बच्‍चों के मौत मामले से जुड़े दो ट्वीट किए गए। एक ट्वीट में प्रियंका गांधी पर भी हमला बोला गया है। योगी ने कहा कि प्रियंका गांधी वाड्रा अगर उत्‍तर प्रदेश में राजनीतिक नौटंकी करने की जगह पर राजस्‍थान में उन गरीब पीड़ित माताओं से जाकर मिलतीं, जिनकी गोद केवल उनकी पार्टी की सरकार की लापरवाही की वजह से सूनी हो गई है तो उन परिवारों को कुछ सांत्वना मिलती। इनको किसी की न चिंता है, न कोई संवेदना, जनसेवा नहीं सिर्फ राजनीति करनी है।

2018 में हुई थीं ज्‍यादा मौतें
बता दें कि कोटा जिले के जेके लोन अस्पताल में दिसंबर के अंतिम दो दिन में कम से कम नौ और शिशुओं की मौत हो गई। इसके साथ ही इस महीने अस्पताल में मरने वाले शिशुओं की संख्या 100 तक पहुंच गई है। गत 23-24 दिसंबर को 48 घंटे के भीतर अस्पताल में 10 शिशुओं की मौत को लेकर काफी हंगामा हुआ था। हालांकि, अस्पताल के अधिकारियों ने कहा था कि यहां 2018 में 1,005 शिशुओं की मौत हुई थी और 2019 में उससे कम मौतें हुई हैं। बताया जा रहा है कि सभी की मौत जन्म से कम वजन के चलते हुई है।

पढ़ें: कोटा में 100 बच्चों की मौत, आखिर क्यों मर रहे हैं नवजात ?

स्‍पीकर ने दोबारा जताई चिंता
वहीं, लोकसभा स्पीकर और कोटा सांसद ओम बिरला ने बच्चों की मौत पर गंभीर चिंता जताते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को एक बार फिर खत लिखा है। बिरला ने ट्वीट किया, 'राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पुनः स्मरण पत्र भेजकर संसदीय क्षेत्र कोटा के जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में शिशुओं की असमय मृत्यु की प्रतिदिन बढ़ती संख्या को देखते हुए संवेदनशीलता के साथ चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत बनाने के लिए आग्रह किया।'

(एजेंसी इनपुट के साथ)

अगला लेख

Metroकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर