अरविंद त्रिपाठी, उल्हासनगर
कोणार्क कंपनी के डायरेक्टर एवं बिल्डर नंद जेठानी, काई जेठानी और किशोर केशवानी उर्फ केके पर असम पुलिस स्टेशन में मादक पदार्थों की तस्करी (एनडीपीएस) का झूठा मामला दर्ज करवाने वाले बुकी पुलिस सुपरिटेंडेंट, ऑल इंडिया फुटबॉल के वाइस चेयरमैन सहित अन्य लोगों के खिलाफ असम पुलिस ने झूठे केस में फंसाने का मामला दर्ज किया है।
गौरतलब है कि डीटी कालानी कॉलेज रोड पर स्थित भूखंड 618 को हड़पने के लिए वांटेड इंटरनैशनल बुकी अनिल जयसिंघानी ने पहले अनामिका कटारिया नामक युवती को पैसा देकर किशोर केशवानी उर्फ केके पर गोवा के अंजुना पुलिस स्टेशन में बलात्कार का मामला दर्ज करवाया था। इस मामले में किशोर केशवानी को अग्रिम जमानत मिल गई, तब अनिल ने असम के निवासी ऑल इंडिया फुटबॉल के वाइस चेयरमैन अंकुर दत्ता के जरिए वहां के पुलिस सुपरिटेंडेंट स्वप्निल डेका को मैनेज किया।
स्वप्निल डेका के आदेश पर असम पुलिस के इंस्पेक्टर प्रसनजीत दास ने अनिल जयसिंघानी द्वारा तैयार किए गए एक मोहरे की शिकायत पर नंद जेठानी, काई जेठानी और केके पर मादक पदार्थ (एनडीपीएस) की तस्करी का मामला दर्ज किया था। इस मामले में असम पुलिस ने समन भेजकर शहर के बड़े बिल्डर व कोणार्क के डायरेक्टरों को तलब किया था।
कोणार्क के संचालकों ने पुलिस में अपना बयान दर्ज करवाने के बाद मादक पदार्थ तस्करी के बोगस मामले में अग्रिम जमानत करवा ली थी। जिस तरह गोवा में दर्ज बलात्कार का मामला फर्जी साबित हो गया और अंजुना पुलिस ने झूठी शिकायत दर्ज करवाने वाली अनामिका कटारिया को गिरफ्तार कर लिया, उसी तरह अब असम पुलिस भी वहां के सुपरिटेंडेंट स्वप्निल डेका, पुलिस इंस्पेक्टर प्रसनजीत दास सहित अन्य नामजद आरोपियों को गिरफ्त में लेने की तैयारी में जुट गई है।