मुंबई
कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में बीएमसी सफल होती दिखाई दे रही है। अप्रैल के बाद मई में कोरोना मरीजों का डाउनफॉल शुरू हो गया है। रोजाना मिल रहे कोरोना के नए मरीजों की संख्या घट रही है। इसके चलते कोरोना का पॉजिटिविटी रेट घट रहा और मरीजों के दोगुने होने की कालावधि (डबलिंग रेट) बढ़ गया है। मुंबई का पॉजिटिविटी रेट 1 मई को 10.39 फीसद था, जो घटकर शुक्रवार को 8.62 फीसद तक पहुंच गया। इसके साथ ही डबलिंग रेट बढ़कर 138 दिन हो गया है।
कोरोना के दूसरे लहर में रोजाना नए मरीजों की संख्या 10 हजार के पार तक पहुंच गई थी, लेकिन बीएमसी ने इस लहर को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए। इसके चलते कोरोना नियंत्रित होते दिखाई दे रहा है। इसी वजह से मुंबई में फिलहाल कोरोना मरीजों की संख्या तीन हजार पर आकर रुक गई है। विशेष रूप से बीएमसी ने कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में अपनी टेस्टिंग दोगुनी कर दी थी। रोजाना मुंबई में 40 से 50 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट बीएमसी कर रही थी। इसी वजह से मार्च और अप्रैल की शुरुआत में मुंबई का पॉजिटिविटी रेट 20 फीसद तक पहुंच गया था। 5 अप्रैल के बाद से मुंबई का पॉजिटिव रेट घटना शुरू हो गया है।
सिंगल डिजिट में पॉजिटिविटी रेट
मई में तो पॉजिटिव रेट में और डाउन फॉल दिखा। 1 मई को मुंबई का पॉजिटिविटी रेट 10.99 फीसद था, जो 7 मई को घटकर एक डिजिट यानी 8.62 फीसद पर पहुंच गया। इसके अलावा डबलिंग रेट पर भी काफी असर पड़ा है। इसके अलावा मुंबई में पिछले सप्ताह यानी 1 मई को डबलिंग रेट 96 दिन था, जो 7 मई को बढ़कर 138 दिन हो गया। महज 7 दिन में डबलिंग रेट 42 दिन से बढ़ा है।
मौतों की संख्या घटी
मई में कोरोना से होने वाली मौत की संख्या भी घटने लगी है। 1 मई को मुंबई में कोरोना से 90 लोगों की मौत हुई थी, जो शुक्रवार 7 मई को घटकर 71 तक पहुंच गई है। राज्य के डेथ ऑडिट रिव्यू कमिटी के अध्यक्ष डॉ.अविनाश सुपे ने बताया कि स्ट्रेटेजी के अनुसार मौत की संख्या में आने वाले दिनों में और गिरावट देखी जाएगी।
वृद्धि दर 0.51 फीसद
मुंबई में कोरोना से रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। यही वजह है कि मुंबई नक रिकवरी रेट तेजी से बढ़ रहा है। 1 मई को मुंबई का रिकवरी रेट 89 फीसद था, जो बढ़कर 90 फीसद हो गया है। इसके साथ ही कोरोना मरीजों की वृद्धि दर 1 मई को 0.70 फीसद थी, जो घटकर 7 मई को 0.51 फीसद पर पहुंच गई है।
कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने में बीएमसी सफल होती दिखाई दे रही है। अप्रैल के बाद मई में कोरोना मरीजों का डाउनफॉल शुरू हो गया है। रोजाना मिल रहे कोरोना के नए मरीजों की संख्या घट रही है। इसके चलते कोरोना का पॉजिटिविटी रेट घट रहा और मरीजों के दोगुने होने की कालावधि (डबलिंग रेट) बढ़ गया है। मुंबई का पॉजिटिविटी रेट 1 मई को 10.39 फीसद था, जो घटकर शुक्रवार को 8.62 फीसद तक पहुंच गया। इसके साथ ही डबलिंग रेट बढ़कर 138 दिन हो गया है।
कोरोना के दूसरे लहर में रोजाना नए मरीजों की संख्या 10 हजार के पार तक पहुंच गई थी, लेकिन बीएमसी ने इस लहर को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाए। इसके चलते कोरोना नियंत्रित होते दिखाई दे रहा है। इसी वजह से मुंबई में फिलहाल कोरोना मरीजों की संख्या तीन हजार पर आकर रुक गई है। विशेष रूप से बीएमसी ने कोरोना की दूसरी लहर की शुरुआत में अपनी टेस्टिंग दोगुनी कर दी थी। रोजाना मुंबई में 40 से 50 हजार लोगों का कोरोना टेस्ट बीएमसी कर रही थी। इसी वजह से मार्च और अप्रैल की शुरुआत में मुंबई का पॉजिटिविटी रेट 20 फीसद तक पहुंच गया था। 5 अप्रैल के बाद से मुंबई का पॉजिटिव रेट घटना शुरू हो गया है।
सिंगल डिजिट में पॉजिटिविटी रेट
मई में तो पॉजिटिव रेट में और डाउन फॉल दिखा। 1 मई को मुंबई का पॉजिटिविटी रेट 10.99 फीसद था, जो 7 मई को घटकर एक डिजिट यानी 8.62 फीसद पर पहुंच गया। इसके अलावा डबलिंग रेट पर भी काफी असर पड़ा है। इसके अलावा मुंबई में पिछले सप्ताह यानी 1 मई को डबलिंग रेट 96 दिन था, जो 7 मई को बढ़कर 138 दिन हो गया। महज 7 दिन में डबलिंग रेट 42 दिन से बढ़ा है।
मौतों की संख्या घटी
मई में कोरोना से होने वाली मौत की संख्या भी घटने लगी है। 1 मई को मुंबई में कोरोना से 90 लोगों की मौत हुई थी, जो शुक्रवार 7 मई को घटकर 71 तक पहुंच गई है। राज्य के डेथ ऑडिट रिव्यू कमिटी के अध्यक्ष डॉ.अविनाश सुपे ने बताया कि स्ट्रेटेजी के अनुसार मौत की संख्या में आने वाले दिनों में और गिरावट देखी जाएगी।
वृद्धि दर 0.51 फीसद
मुंबई में कोरोना से रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। यही वजह है कि मुंबई नक रिकवरी रेट तेजी से बढ़ रहा है। 1 मई को मुंबई का रिकवरी रेट 89 फीसद था, जो बढ़कर 90 फीसद हो गया है। इसके साथ ही कोरोना मरीजों की वृद्धि दर 1 मई को 0.70 फीसद थी, जो घटकर 7 मई को 0.51 फीसद पर पहुंच गई है।