रिपोर्टर, मुंबई:
यहां के एक ऐक्टिविस्ट ग्रुप ने यह जानने के लिए मुंबई उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की है कि क्यों अब भी बहुत पुराने लड़ाकू विमान जेट मिग 21 का उपयोग किया जा रहा है। याचिका में यह भी पूछा गया है कि जम्मू और काश्मीर में एयर बेसों पर अब भी इस विमान को क्यों तैनात किया जा रहा है और विंग कमांडर अभिनंदन जैसे भारतीय वायु सेना के विमान चालकों का जीवन खतरे में क्यों डाला जा रहा है।
यह याचिका सिटिजन सर्किल फॉर सोशल वेल्फेयर ऐंड ऐजुकेशन ने ऐडवोकेट शहजाद नकवी की मार्फत दायर की है। याचिका में कोर्ट से यह कहा गया है कि वह सरकार या भारतीय वायु सेना को निर्देश दे कि वायु सेना के बेड़े में से इन पुराने मिग 21 को धीरे-धीरे बाहर किया जाए। गौरतलब है कि अभिनंदन को शुक्रवार को पाकिस्तान ने रिहा कर दिया।
मिग 21 को भारतीय वायु सेना में 1963 में शामिल किया गया था। याचिका में कहा गया है कि इस विमान को मिलिट्री की भाषा में 'फ्लाइंग कॉफिन' और 'विडो मेकर' कहा गया है।