मुंबई
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना के ऐक्टिव मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। आलम यह है कि एक महीने में ही ऐक्टिव मरीजों की संख्या में करीब 92 % की वृद्धि हुई है। बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, 18 अगस्त को मुंबई में कोरोना के 17,697 ऐक्टिव मरीज थे। 18 सितंबर को यह संख्या बढ़कर 34,136 तक पहुंच गई है। 1 सितंबर को यहां कुल 20,062 ऐक्टिव मरीजों का उपचार अस्पताल में चल रहा था। बीते 18 दिनों में 14,074 ऐक्टिव मरीज बढ़े हैं। 1 से 18 सितंबर के बीच कोरोना के 33,235 नए मामले दर्ज हुए हैं।
बता दें कि 9 जून को मुंबई में 26,178 और 1 जुलाई को 29,288 ऐक्टिव मरीज थे। अगस्त में रोग की रफ्तार कुछ धीमी हुई थी, लेकिन सितंबर की शुरुआत से वायरस संक्रमित लोगों की संख्या में एक बार फिर तेजी से इजाफा होने लगा है।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी के अनुसार, गणेशोत्सव और लॉकडाउन में मिली छूट की वजह से बीते कुछ समय में नए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। चेस द वायरस मुहिम के तहत रोजाना होने वाले कोरोना टेस्ट में भी वृद्धि की गई है। नतीजतन, रोजाना दर्ज होने वाले मामले बढ़ रहे हैं। पीड़ितों की संख्या को देखते हुए मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक सुविधाओं को भी बढ़ाया गया है। ऐक्टिव मरीजों के साथ ही रोग मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। मुंबई में रोग पूरी तरह से नियंत्रित है, कुछ दिनों पहले हम जब करीब 5000 टेस्ट करते थे, तब 1000 से 1200 नए मरीज मिलते थे, अब हम रोजाना करीब 15000 से अधिक टेस्ट कर रहे हैं और करीब 2000 से 2200 नए मरीज मिल रहे हैं।
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना के ऐक्टिव मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। आलम यह है कि एक महीने में ही ऐक्टिव मरीजों की संख्या में करीब 92 % की वृद्धि हुई है। बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार, 18 अगस्त को मुंबई में कोरोना के 17,697 ऐक्टिव मरीज थे। 18 सितंबर को यह संख्या बढ़कर 34,136 तक पहुंच गई है। 1 सितंबर को यहां कुल 20,062 ऐक्टिव मरीजों का उपचार अस्पताल में चल रहा था। बीते 18 दिनों में 14,074 ऐक्टिव मरीज बढ़े हैं। 1 से 18 सितंबर के बीच कोरोना के 33,235 नए मामले दर्ज हुए हैं।
बता दें कि 9 जून को मुंबई में 26,178 और 1 जुलाई को 29,288 ऐक्टिव मरीज थे। अगस्त में रोग की रफ्तार कुछ धीमी हुई थी, लेकिन सितंबर की शुरुआत से वायरस संक्रमित लोगों की संख्या में एक बार फिर तेजी से इजाफा होने लगा है।
बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी के अनुसार, गणेशोत्सव और लॉकडाउन में मिली छूट की वजह से बीते कुछ समय में नए मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। चेस द वायरस मुहिम के तहत रोजाना होने वाले कोरोना टेस्ट में भी वृद्धि की गई है। नतीजतन, रोजाना दर्ज होने वाले मामले बढ़ रहे हैं। पीड़ितों की संख्या को देखते हुए मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक सुविधाओं को भी बढ़ाया गया है। ऐक्टिव मरीजों के साथ ही रोग मुक्त होने वाले मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। मुंबई में रोग पूरी तरह से नियंत्रित है, कुछ दिनों पहले हम जब करीब 5000 टेस्ट करते थे, तब 1000 से 1200 नए मरीज मिलते थे, अब हम रोजाना करीब 15000 से अधिक टेस्ट कर रहे हैं और करीब 2000 से 2200 नए मरीज मिल रहे हैं।