मुंबई
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गुरुवार को छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) स्टेशन के पास बने फुट ओवरब्रिज के गिरने के कारण 6 लोग मौत के मुंह में समा गए। मुंबई प्रशासन इन मौतों के बाद नींद से जगा है और एक महीने के अंदर सभी पुलों की जांच का आदेश दे दिया गया है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शनिवार को आधिकारिक तौर पर आदेश जारी किया। बीएमसी ने मुंबई के सभी 157 पुलों का निरीक्षण कर एक महीने के अंदर ही संरचनात्मक ऑडिट की रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। बीएमसी ने मोस्ट अर्जेंट बेसिस पर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
गौरतलब है कि गुरुवार की शाम को हुई घटना में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 34 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में आईपीसी धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मध्य रेलवे और बीएमसी के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, 'मैंने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। इस तरह के हादसे ऑडिट प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हैं।'
बताया जा रहा है कि हादसा गुरुवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ। जिस वक्त यह घटना हुई पीक आवर होने के कारण पुल के नीचे बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद ब्रिज के मलबे में कई लोग दब गए और यहां मौजूद कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए। दूसरी ओर मौके पर पहुंची एनडीआरएफ, रेलवे और मुंबई पुलिस की टीमों ने तत्काल घायलों को सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल और गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में पहुंचाया।
मृतकों के परिवार को 5 लाख के मुआवजे का ऐलान
पुलिस द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार हादसे में अपूर्वा प्रभु, रंजना तांबे, जाहिद शिराज खान, मोहन भक्ति शिंदे और तपेंद्र सिंह नाम के छह लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 34 अन्य लोग घायल हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
सरकार कराएगी हादसे की जांच
मुंबई के जिस स्थान पर यह हादसा हुआ उससे कुछ ही दूरी पर मुंबई पुलिस और मुंबई महानगरपालिका के मुख्यालय हैं। हादसे पर दुख जताते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, 'मुंबई में टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग के पास हुए फुटओवर ब्रिज हादसे की खबर सुनकर कष्ट हुआ। अभी बीएमसी कमिश्नर और मुंबई पुलिस के अधिकारियों से बात की है और उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे रेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर काम करें और तेजी के साथ राहत और बचाव कार्य करें।'
मंत्री बोले, 'कराएंगे मामले की जांच'
सेंट्रल रेलवे के डीआरएम डी.के. शर्मा के अनुसार, जिस ब्रिज के गिरने से यह हादसा हुआ उसकी देखरेख का काम बीएमसी करती है। उन्होंने बताया कि ब्रिज का निर्माण कार्य रेलवे ने कराया था, लेकिन रखरखाव की जिम्मेदारी बीएमसी की ही थी। वहीं मंत्री विनोद तावड़े ने कहा, 'ब्रिज का एक स्लैब गिरा है। रेलवे और बीएमसी इसकी मेंटनेंस के बारे में जांच करेंगे। ब्रिज खराब कंडीशन में नहीं था, इसमें छोटी-मोटी रिपेयरिंग की जरूरत थी, जोकि जारी थी। काम पूरा नहीं हुआ फिर भी इसे चालू रखा गया था, इसके बारे में भी जांच की जाएगी।'
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गुरुवार को छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) स्टेशन के पास बने फुट ओवरब्रिज के गिरने के कारण 6 लोग मौत के मुंह में समा गए। मुंबई प्रशासन इन मौतों के बाद नींद से जगा है और एक महीने के अंदर सभी पुलों की जांच का आदेश दे दिया गया है।
गौरतलब है कि गुरुवार की शाम को हुई घटना में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 34 से अधिक लोग घायल हुए हैं। मामले में आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में आईपीसी धारा 304 ए (लापरवाही से मौत) के तहत मध्य रेलवे और बीएमसी के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, 'मैंने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है। इस तरह के हादसे ऑडिट प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हैं।'
बताया जा रहा है कि हादसा गुरुवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ। जिस वक्त यह घटना हुई पीक आवर होने के कारण पुल के नीचे बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसे के बाद ब्रिज के मलबे में कई लोग दब गए और यहां मौजूद कुछ वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए। दूसरी ओर मौके पर पहुंची एनडीआरएफ, रेलवे और मुंबई पुलिस की टीमों ने तत्काल घायलों को सेंट जॉर्ज हॉस्पिटल और गोकुलदास तेजपाल अस्पताल में पहुंचाया।
मृतकों के परिवार को 5 लाख के मुआवजे का ऐलान
पुलिस द्वारा जारी लिस्ट के अनुसार हादसे में अपूर्वा प्रभु, रंजना तांबे, जाहिद शिराज खान, मोहन भक्ति शिंदे और तपेंद्र सिंह नाम के छह लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा 34 अन्य लोग घायल हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
सरकार कराएगी हादसे की जांच
मुंबई के जिस स्थान पर यह हादसा हुआ उससे कुछ ही दूरी पर मुंबई पुलिस और मुंबई महानगरपालिका के मुख्यालय हैं। हादसे पर दुख जताते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया, 'मुंबई में टाइम्स ऑफ इंडिया बिल्डिंग के पास हुए फुटओवर ब्रिज हादसे की खबर सुनकर कष्ट हुआ। अभी बीएमसी कमिश्नर और मुंबई पुलिस के अधिकारियों से बात की है और उन्हें निर्देश दिए हैं कि वे रेल मंत्रालय के अधिकारियों के साथ समन्वय बनाकर काम करें और तेजी के साथ राहत और बचाव कार्य करें।'
मंत्री बोले, 'कराएंगे मामले की जांच'
सेंट्रल रेलवे के डीआरएम डी.के. शर्मा के अनुसार, जिस ब्रिज के गिरने से यह हादसा हुआ उसकी देखरेख का काम बीएमसी करती है। उन्होंने बताया कि ब्रिज का निर्माण कार्य रेलवे ने कराया था, लेकिन रखरखाव की जिम्मेदारी बीएमसी की ही थी। वहीं मंत्री विनोद तावड़े ने कहा, 'ब्रिज का एक स्लैब गिरा है। रेलवे और बीएमसी इसकी मेंटनेंस के बारे में जांच करेंगे। ब्रिज खराब कंडीशन में नहीं था, इसमें छोटी-मोटी रिपेयरिंग की जरूरत थी, जोकि जारी थी। काम पूरा नहीं हुआ फिर भी इसे चालू रखा गया था, इसके बारे में भी जांच की जाएगी।'