यह दंगा शर्मनाक था
इंदिरा गांधी की हत्या के बाद दिल्ली और कुछ अन्य शहरों में सिखों के खिलाफ भड़के दंगे मानवता पर बदनुमा दाग हैं। उन्हें धोने के लिए जितना कुछ किया जाए, वह कम है। यह अच्छा नहीं हुआ कि इन दंगों के दौरान हत्या और लूटपाट के लिए जिम्मेदार सभी लोग दंडित नहीं हो सके। इसके लिए पूरे तौर पर तत्कालीन केंद्र सरकार जिम्मेदार रही। उसने सिखों के खिलाफ भड़की हिंसा को रोकने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए, इसी वजह से दिल्ली में इन दंगों ने नरसंहार का रूप ले लिया। बेहतर होगा कि सिख विरोधी दंगों से संबंधित सारे लंबित मामले विशेष जांच दल को सौंप दिए जाएं।
- अशोक भाटिया
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हद कर दी मंत्री महोदय
हमारी सेना बर्फीली सर्दी और रेगिस्तान की भीषण गर्मी में रात-दिन खड़े होकर देश की रक्षा करती है और लोग हैं कि राष्ट्रगान के वक्त एक मिनट भी खड़े नहीं होना चाहते। इधर केंद्रीय मंत्री गडकरी जी ने तो हद ही कर दी है। उनका यह कहना है कि हम सरकार हैं, नौ सेना हमारे पास जमीन मांगने आएगी तो हम नहीं देंगे। यह बात कितनी शर्मनाक है। इसी नौसेना ने समय-समय पर अपनी जान पर खेलकर देश की रक्षा की है। नाराजगी की असली वजह यह है कि देश की सुरक्षा को देखते हुए नौसेना ने तैरते बंदरगाह की अनुमति नहीं दी। बात अहं पर चोट की है। यह देश का दुर्भाग्य है कि जो नेता जिस विभाग की एबीसीडी भी नहीं जानता, उसे ही उस विभाग का सर्वेसर्वा बना दिया जाता है।
- सुभाष चंद्र त्रिपाठी
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एक और बडी कामयाबी ●
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने स्वामी विवेकानंद के जन्मदिवस पर एक साथ 31 उपग्रहों का अंतरिक्ष में प्रक्षेपण कर एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस कामयाबी पर इसरो के वैज्ञानिकों को हार्दिक बधाई। खुशी की बात यह भी है कि इसरो अब इसी साल चन्द्रयान-2 का भी प्रक्षेपण करने की तैयारी कर रहा है। कभी बैलगाड़ी की मदद से अपने उपग्रहों को प्रक्षेपण स्थल तक लाने वाले इसरो के वैज्ञानिक अब एक से बढ़कर एक सैटेलाइट्स का प्रक्षेपण कर रहे हैं, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
- संजय डागा
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