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मुस्लिम समुदाय को 40 वर्षों बाद मिला कब्रिस्तान

उल्हासनगर के मुस्लिम समुदाय को 40 साल के लंबे संघर्ष के बाद कब्रिस्तान मिला है। यहां के लोग 124 दिन तक अनशन पर थे जिसके बाद उन्हें जमीन मिली।

नवभारत टाइम्स 2 Dec 2018, 1:06 pm
उल्हासनगर
नवभारतटाइम्स.कॉम मिली जमीन
मिली जमीन

सत्ता के गलियारों और प्रशासन से 40 वर्ष तक चली लंबी जंग के बाद उल्हासनगर के मुस्लिम समुदाय को आखिरकार कब्रिस्तान मिल गया है। समुदाय के लोगों ने इस मांग को लेकर महानगरपालिका मुख्यालय के सामने 124 दिनों तक क्रमिक अनशन किया था। इसके दबाव में तत्कालीन महापौर गणेश पाटील ने आनन-फानन में मुस्लिम समाज को खुश करने के लिए दफन भूमि का अलॉटमेंट पत्र तो दे दिया था।

इसके बावजूद उन्हें अब तक दफन भूमि का अधिकार प्राप्त नहीं हो पाया था। चर्चा है कि पूर्व आमदार पप्पू कालानी और उनकी पत्नी ज्योती कालानी इसके लिए सरकार से लगातार पत्र व्यवहार करते रहे। आखिरकार 40 वर्ष तक चली लंबी जंग के बाद उल्हासनगर को कब्रिस्तान मिल सका।

शनिवार को महापौर पंचम ओमी कालानी, ओमी कालानी, उपआयुक्त संतोष देयेकर ने प्रेस की मौजूदगी में आरक्षित दफन भूमि मुस्लिम समाज को सौंप दिया। इस मौके पर नरेंद्र कुमारी ठाकुर, राजेश वधारिया, राजेश टेकचंदानी, नारायण पंजाबी मौजूद थे।

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