कोट
'अयोध्या मसले में हम कोई पक्षकार नहीं हैं। अयोध्या मसले के जो पक्षकार हैं वो इसे खुद सुलझाएं।'
मौलाना सलमान नदवी
कुछ लोग जुड़ते हैं, कुछ लोग अलग होते हैं। यह सब प्रक्रिया है, जब लक्ष्य और उद्देश्य सही है तो हमें चलते रहना है।'
श्री श्री रविशंकर
एनबीटी, अयोध्या :
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए सुलह का फॉर्म्युला देने वाले मौलाना सलमान नदवी ने खुद को अयोध्या विवाद से अलग कर लिया है। उधर, कोर्ट से बाहर सुलह की कोशिश में जुटे आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने फिर दावा किया है कि राम मंदिर मसला जल्द सुलझा लिया जाएगा।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) से निष्कासित किए जा चुके मौलाना सलमान नदवी ने कहा है कि अब वह अयोध्या मामले पर नहीं बोलेंगे और अदालत के फैसले का इंतजार करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह तभी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड में लौटेंगे, जब असदुद्दीन ओवैसी और कमल फारूकी सहित चार लोगों को बोर्ड से बाहर नहीं निकाल दिया जाता। उन्होंने कहा, 'इस मसले को बाहर सुलझाने के लिए सुन्नी वक्फ बोर्ड तैयार नहीं है, न ही कोई अन्य पक्ष, फिर बाहरी लोगों से बात करने से क्या फायदा। मैं इस मामले में पक्षकार नही हूं, इसलिए अब मैं इस मामले से अपने को अलग कर रहा हूं।'
नदवी का इस मामले से बाहर होना इसलिए भी अहम है कि, क्योंकि एआईएमपीएलबी से निष्कासित होने के बावजूद वह अदालत से बाहर अयोध्या विवाद सुलझाने में जुटे हुए थे। यही नहीं, गुरुवार को ही आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने उनसे लखनऊ में मुलाकात की थी।
'राम मंदिर मुद्दा सुलझा लिया जाएगा'
नदवी के इस मामले से अलग होने की घोषणा के बाद श्री श्री रविशंकर ने एक ट्वीट किया। इस ट्वीट के जरिए उन्होंने कहा कि कुछ जुड़ेंगे, कुछ अलग होंगे, लक्ष्य सही है तो बढ़ते रहना है। श्री श्री ने कहा था कि उन्हें मुसलमानों का समर्थन है और जल्द ही अयोध्या विवाद सुलझा लिया जाएगा। वह लगातार इस मामले को कोर्ट के बाहर सुलझाने में जुटे हैं। उन्होंने कहा, इसके लिए वह देश के कोने-कोने में जाकर दोनों संबंधित समुदायों के बीच सौहार्द स्थापित करने के प्रयास जारी रखेंगे। सब कुछ सही दिशा में चल रहा है। लोग एक-दूसरे के करीब आ रहे हैं। यह अच्छी बात है।'
कटियार ने नकारा श्री श्री का फॉर्म्युला
एजेंसी, अयोध्या: भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय कटियार ने अयोध्या मसले पर श्री श्री रविशंकर द्वारा सुझाए गए सुलह फॉर्म्युले को नकार दिया है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि अयोध्या में मंदिर और मस्जिद एक साथ मंजूर नहीं है। अयोध्या में सिर्फ राम मंदिर ही बन सकता है। कटियार ने कहा, 'अयोध्या में मंदिर तो बना हुआ है, उसे बस भव्यता देनी है। अगर हमें राम मंदिर निर्माण की अनुमति नहीं मिली तो देश में ऐसी 6500 जगहों पर, जहां मंदिर तोड़कर मस्जिदें बनाई गई हैं, उन जगहों के लिए आंदोलन शुरू कर देंगे।'