मुंबई
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की चुनौती है, इसीलिए पूर्वांचल को प्रवासियों से बहुत उम्मीदें हैं। देवरिया के सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी ने मुंबई और अन्य महानगरों में बसे प्रवासियों से अपील की है कि वे पूर्वांचल के विकास के लिए आगे आएं। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इसमें भागीदार होकर पूर्वांचल के विकास में शामिल हों।
मुंबई की संस्था अपना पूर्वांचल महासंघ पूर्वांचल के विकास को लेकर एक मुहिम शुरू की है। इसके तहत, पूर्वी उत्तर प्रदेश यानी पूर्वांचल के विकास को लेकर श्रृंखलाबद्ध तरीके से वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पूर्वांचल के हर जिले के जनप्रतिनिधियों से चर्चा करके प्रवासी उद्योगपतियों और सक्षम लोगों से उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में सांसद डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि पूर्वांचल में उद्योग की बहुत संभावनाएं हैं। अगर प्रवासी पूर्वांचलवासी अपने-अपने गृह जिले में विकास का बीड़ा उठा लें, तो इससे पूर्वांचल का समग्र विकास होगा। उन्होंने कहा कि देवरिया में बाढ़ की वजह से बहुत दिक्कत होती है। वहां पर महिलाएं बहुत सुंदर झालर आदि बनाती हैं। अगर उन्हें सपोर्ट मिले और उनकी कला का ठीक तरीके से ब्रैंडिंग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर पूर्वांचल के प्रवासी उद्योगपति उद्योग लगाने के लिए आगे आते हैं, तो वे उन्हें पूरा सहयोग देंगे। सलेमपुर के विधायक कालीचरण ने कहा कि देवरिया में चीनी, राइस मिलें थीं, अब वे बंद हो गई हैं। इसीलिए प्रवासियों को उद्योग लगाने के लिए आगे आना चाहिए। मुंबई भाजपा के नेता अमरजीत मिश्र ने कहा कि कोरोना ने प्रवासियों की आंखें खोल दी हैं। मुंबई और अन्य महानगरों में बसे पूर्वांचल के उद्योगपतियों को अपने गृह जनपद में लघु उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इससे प्रवासी मजदूरों को अपने जिले में रोजी-रोटी मिल सकेगी। पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा कि पूर्वांचल के विकास के लिए प्रवासियों को आगे आना चाहिए। इस वेबिनार में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार दुबे, डॉ. रवि शुक्ल, अजय शुक्ल, अमित सिंह, आशीष दुबे, राजेश जायसवाल आदि ने पूर्वांचल के विकास को लेकर उद्योगपतियों को प्रोत्साहित करने की अपील की।
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में प्रवासी मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की चुनौती है, इसीलिए पूर्वांचल को प्रवासियों से बहुत उम्मीदें हैं। देवरिया के सांसद डॉ. रमापति राम त्रिपाठी ने मुंबई और अन्य महानगरों में बसे प्रवासियों से अपील की है कि वे पूर्वांचल के विकास के लिए आगे आएं। उत्तर प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल के विकास को लेकर कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इसमें भागीदार होकर पूर्वांचल के विकास में शामिल हों।
मुंबई की संस्था अपना पूर्वांचल महासंघ पूर्वांचल के विकास को लेकर एक मुहिम शुरू की है। इसके तहत, पूर्वी उत्तर प्रदेश यानी पूर्वांचल के विकास को लेकर श्रृंखलाबद्ध तरीके से वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पूर्वांचल के हर जिले के जनप्रतिनिधियों से चर्चा करके प्रवासी उद्योगपतियों और सक्षम लोगों से उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसी कड़ी में सांसद डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि पूर्वांचल में उद्योग की बहुत संभावनाएं हैं। अगर प्रवासी पूर्वांचलवासी अपने-अपने गृह जिले में विकास का बीड़ा उठा लें, तो इससे पूर्वांचल का समग्र विकास होगा। उन्होंने कहा कि देवरिया में बाढ़ की वजह से बहुत दिक्कत होती है। वहां पर महिलाएं बहुत सुंदर झालर आदि बनाती हैं। अगर उन्हें सपोर्ट मिले और उनकी कला का ठीक तरीके से ब्रैंडिंग की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अगर पूर्वांचल के प्रवासी उद्योगपति उद्योग लगाने के लिए आगे आते हैं, तो वे उन्हें पूरा सहयोग देंगे। सलेमपुर के विधायक कालीचरण ने कहा कि देवरिया में चीनी, राइस मिलें थीं, अब वे बंद हो गई हैं। इसीलिए प्रवासियों को उद्योग लगाने के लिए आगे आना चाहिए। मुंबई भाजपा के नेता अमरजीत मिश्र ने कहा कि कोरोना ने प्रवासियों की आंखें खोल दी हैं। मुंबई और अन्य महानगरों में बसे पूर्वांचल के उद्योगपतियों को अपने गृह जनपद में लघु उद्योग लगाने के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। इससे प्रवासी मजदूरों को अपने जिले में रोजी-रोटी मिल सकेगी। पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह ने कहा कि पूर्वांचल के विकास के लिए प्रवासियों को आगे आना चाहिए। इस वेबिनार में संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार दुबे, डॉ. रवि शुक्ल, अजय शुक्ल, अमित सिंह, आशीष दुबे, राजेश जायसवाल आदि ने पूर्वांचल के विकास को लेकर उद्योगपतियों को प्रोत्साहित करने की अपील की।